ओमप्रकाश राजभर ने चुनाव आयोग से मांगी सुरक्षा, लगाया ये आरोप
बनारस से जिंदा बच आया, मेरी हो सकती है हत्या-ओमप्रकाश राजभर
वाराणसी. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर जब अपने बेटे अरविन्द राजभर का शिवपुर विधानसभा सीट से नामांकन कराने पहुंचे तो कचहरी परिसर में उनका विरोध हुआ और अभद्रता भी हुई. जिसके बाद ओमप्रकाश राजभर ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए वाराणसी के डीएम और पुलिस कमिश्नर को हटाने की मांग की. राजभर ने आरोप लगाया कि काले कोर्ट में योगी और बीजेपी के गुंडे आए थे. कई लोगों को डीएम और पुलिस कमिश्नर ने भेजा था. राजभर ने कहा कि बीजेपी मुझसे इतना बौखला गई है कि वह किसी भी समय मेरे साथ कुछ भी करवा सकती है.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि ‘हम लोग नामांकन कर बाहर निकले जहां सैकड़ों लोगों ने हमको घेर लिए. काले कोट में योगी और बीजेपी के गुंडे थे. कई को डीएम और कमिश्नर ने भेजे थे. जब नामांकन परिसर में तीन लोगों को ही जाने की परमिशन है, तो इतने लोग अंदर कैसे आ गए? हमको मारा गया, हमारे कॉलर को पकड़ा गया. यह सब कुछ पुलिस कमिश्नर और डीएम के कक्ष के बाहर हुआ.”
राजभर ने कहा मेरी हत्या हो सकती है
राजभर ने मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधा और कहा कि मेरी हत्या हो सकती है. मै चुनाव आयोग से गुहार लगा रहा हूं कि मुझे सुरक्षा दें. आयोग से मांग की है कि बनारस के डीएम और कमिश्नर को तत्काल हटाया जाए. राजभर ने बसपा पर भी निशाना साधा और बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बसपा के प्रत्याशी बीजेपी तय कर रही है.
ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी लगाया आरोप
चुनाव आयोग को भेजे गया पत्र में कहा गया है कि पुलिस की मौजूदगी में ओमप्रकाश राजभर और शिवपुर से पार्टी के प्रत्याशी अरविंद राजभर का कॉलर पकड़कर जान से मारने और चुनाव क्षेत्र में न निकलने की धमकी दी गई. पत्र में आरोप लगाया गया है कि हंगामा करने वाले बीजेपी के लोग थे और बीजेपी के उकसावे पर उन्होंने ऐसा किया. यह भी आरोप लगाया है कि यह सब स्थानीय प्रशासन की मौन सहमति से हुआ.