ओमिक्रॉन न मचा दी कोहराम, यूपी-बिहार से लेकर कर्नाटक तक कई राज्यों में अलर्ट
दुनियाभर में कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच भारत सरकार ने कमर कस ली है। वहीं, राज्यों में इसे लेकर डर का माहौल बना हुआ है। कई राज्यों की सरकारों ने एहतियातन कदम भी उठाने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, बिहार समेत कई राज्यों ने कोरोना संबंधित नियमों को कड़ा कर दिया है। कोरोना की दूसरी लहर में जो गलतियां हुईं थीं उनसे सबक लेकर कई राज्य स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ाने में जुट गए हैं। आइए जानते हैं किस राज्य ने क्या तैयारी की है।
बिहार : नियमों का पालन नहीं करने पर बंद होगी मंडी व दुकानें
बिहार सरकार ने फैसला किया है कि कोविड की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का पालन नहीं होने पर मंडी और दुकानों को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया जाएगा। सरकार ने भीड़भाड़ वाले स्थान, जिसमें सब्जी मंडी और बाजार आदि शामिल हैं, वहां कोरोना की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन को यह अधिकार दिया है। ऐसे स्थानों पर यदि कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन होता है तो जिला प्रशासन उन्हें अस्थाई तौर पर बंद करने के साथ अन्य सख्त कार्रवाई भी कर सकता है।
आपदा प्रबंधन समूह (सीएमजी) की बैठक में लिए गए फैसलों के बाद गृह विभाग द्वारा अनलॉक-10 के दिशा-निर्देश मंगलवार को जारी कर दिए गए। यह 1-15 दिसम्बर तक के लिए प्रभावी होगा। हालांकि अनलॉक-9 में जो दिशा-निर्देश दिए गए उन्हें भी इसमें लागू रखा गया है। ओमीक्रोन को देखते हुए कुछ एहतियात बरतने के भी निर्देश अनलॉक-10 में दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग को हवाई जहाज से आनेवाले यात्रियों की निश्चित रूप से कोरोना जांच करने को कहा गया है। 72 घंटे की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट जिसके पास होगी, उन्हें इस जांच से छूट दी गई है। वहीं, जिन देशों में ओमीक्रोन वेरिएंट के मरीज पाए गए हैं, वहां से आनेवाले यात्रियों की विशिष्ट रूप से जांच कराई जाएगी। साथ ही, वैसे देशों से आनेवाले यात्रियों को क्वारंटाइन करने पर भी विचार किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया है कि हाल में ही विदेश से आए बिहार के रहनेवाले यात्रियों की सूची भारत सरकार ने भी दी है उन्हें दो दिन में ट्रैक कर जांच कराई जाए। आवश्यकतानुसार उन्हें आईसोलेशन में रखने की कार्रवाई की जाए।
महाराष्ट्र : अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने सभी जंबो सेंटरों के डीन और वार्ड अधिकारियों को अलर्ट रखने का निर्देश दिया है ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें एक दिन के भीतर सक्रिय किया जा सके। बीएमसी बड़ी संख्या में गैर-टीकाकरण कर्मचारियों के साथ निजी और सार्वजनिक रूप से विशेष अभियान आयोजित करके टीकाकरण में तेजी लाने की योजना बना रही है। नए वायरस के स्ट्रेन को ध्यान में रखते हुए विदेश यात्रा करने वाले प्रत्येक संक्रमित मरीज का कस्तूरबा प्रयोगशाला में जीनोम अनुक्रमण परीक्षण किया जाएगा। वहीं, हवाई जहाज का टिकट बुक करते समय एयरलाइंस को एक डिक्लेरेशन देना होगा और पिछले 15 दिनों के ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी एयरलाइंस को ईमेल के जरिए देनी होगी।
तेलंगाना : स्थिति से निपटने के लिए बनाई उप-समिति
तेलंगाना में कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन से निपटने और टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने के उपायों के लिए कैबिनेट की एक उप-समिति बनाई गई है। इस समिति की अध्यक्षता राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव करेंगे। साथ ही विदेश से आने वालों की जांच की जाएगी। संक्रमित व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जाएगा।
कर्नाटक : दक्षिण अफ्रीका से आए लोगों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए
ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर कर्नाटक सरकार ने भी सतर्कता दिखाई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि नए वेरिएंट को देखते हुए स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हमने हाल में दक्षिण अफ्रीका से राज्य में आए लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे हैं। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर कोविड-19 स्क्रीनिंग भी बढ़ाई जाएगी।
पंजाब: राज्य में आने वाले यात्रियों की कड़ी निगरानी
पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को राज्य में आने वाले यात्रियों की कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। खासकर दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल जहां हाल ही में नए संस्करण के मामलों का पता चला है। स्वास्थ्य अधिकारियों को पर्याप्त दवाएं और उपकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
उत्तराखंड : रेंडम जांच के लिए स्वास्थ विभाग ने किया टीमों का गठन
कोरोना संक्रमण बढ़ने और वायरस के नए स्वरूप के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर सभी बार्डर, रेलवे स्टेशन, बाजारों में रेंडम जांच का निर्णय लिया है। जबकि, एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों की जांच की जाएगी। सरकार ने सभी कोरोना योद्धाओं की कोरोना जांच करने का भी निर्णय लिया है। जबकि डीजीपी ने सभी पुलिसकर्मियों की कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में वायरल के लक्षण वाले हर मरीज की आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा जाए। स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से सुधार किया जाए। एयरपोर्ट पर यात्रियों की अनिवार्य जांच कराई जाए। मुख्यमंत्री ने डीएम और एसएसपी को स्थिति पर नियंत्रण रखने और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस तैनात करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मुख्य सचिव डा. एस एस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन, सचिव अमित नेगी सहित कई अफसर मौजूद थे।
झारखंड : विदेशों से झारखंड लौटने वालों की जांच होगी
राज्य सरकार ने कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। बीते पंद्रह दिनों में विदेशों से झारखंड आने वाले यात्रियों को ट्रेस कर उनकी जांच की जाएगी। विदेशों से आने वाले लोगों की एक लिस्ट तैयार की गई है, लिस्ट के अनुसार लौटे यात्रियों की 48 घंटों के अंदर जांच की जाएगी। संक्रमित मरीजों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा या फिर अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। वहीं निगेटिव आने वाले मरीजों को भी सात दिन आइसोलेट रहना होगा, आठवें दिन फिर से कोरोना जांच करानी होगी। उसमें भी अगर निगेटिव आने पर अगले सात दिनों तक स्वयं लक्षणों पर ध्यान देना होगा।
मध्यप्रदेश : बिना मास्क दिखाई देने पर 500 रुपये जुर्माना
मध्यप्रदेश में भोपाल और इंदौर में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। दोनों शहरों में सख्ती भी बढ़ाई जा रही है। भोपाल में अब बिना मास्क दिखाई देने पर 100 रुपये की जगह 500 रुपये तक का जुर्माना लगेगा। वैक्सीन के दोनों डोज लगे बिना कर्मचारी मिलने पर व्यावसायिक संस्थान पर कार्रवाई की जाएगी। कोरोना संक्रमित मिलने पर होम आइसोलेशन नहीं किया जाएगा। शादी समारोह और अन्य आयोजन को लेकर भी नए आदेश जारी किए हैं। इंदौर में भी दोनों डोज नहीं लगने पर दो दिन में 27 शो-रूम और दुकानें सील कर दिए गए हैं।