नजरबंदी की रिहाई के बाद अब लोगों को लॉक डाउन में सरवाइव करना सिखाएंगे उमर अब्दुल्ला !
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला नजरबंदी से रिहा हो गए हैं। रिहाई के बाद उमर अब्दुल्ला ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर किसी को लॉक डाउन में जिंदा रहने का सुझाव चाहता है तो मेरे पास इससे निपटने के लिए कई महीनों का अनुभव है। उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर ये कहा है।
On a lighter note if anyone wants tips on surviving quarantine or a lock down I have months of experience at my disposal, perhaps a blog is in order.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) March 24, 2020
साथ ही उमर अब्दुल्ला ने सरकार से 3G 4G सेवाओं को बहाल करने की मांग की। अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे इसका एहसास है कि हम एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। हम जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। सबको पैगाम दिया जा रहा है कि हमें सामाजिक दूरी रखनी चाहिए लेकिन हम क्या सबक दें लोगों को, जब हम खुद ही उस काम को करने के लिए तैयार नहीं है। इसी के साथ ही उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जो लोग आज भी हिरासत में हैं फिर चाहे वह महबूबा मुफ्ती हो या मेरे नेशनल कांफ्रेंस के लोग हो या किसी के भी हो, इस मुश्किल हालात में कम से कम उनको अपने रिश्तेदारों को लौटा दीजिए और जो हमारा 3G 4G है, वह हमें लौटा दीजिए।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छद 370 हटाया था जिसके बाद फारुख अबदुल्ला, उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती जैसे बड़े नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था। फरवरी में इन सभी की नजरबंदी खत्म हो रही थी। लेकिन उस दौरान महबूबा पर पीएसए के तहत केस दर्ज हुआ, उमर पर लोगों को भड़काने का आरोप लगा था। जिसके बाद उमर की बहन सारा पायलट ने पब्लिक सेफ्टी एक्ट 1978 के तहत उमर की हिरासत को चुनौती देते हुए सुप्रीक कोर्ट में पिटीशन दाखिल की थी।