जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पंचायत प्रतिनिधियों को ओम बिरला सिखाएंगे ये गुर
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) और लद्दाख (Ladakh) के जीते हुए पंचायत प्रतिनिधियों के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) एक बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं. ये कार्यक्रम 27 अगस्त को लेह और 31 अगस्त को श्रीनगर में आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं को सुदृढ़ करना है.
लेह में आयोजित इस कार्यक्रम में लेह-लद्दाख क्षेत्र के सभी पंचायत के प्रतिनिधि शामिल होंगे. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे. इसमें उनके अलावा भारी उद्योग मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया, लद्दाख के उप राज्यपाल राधा कृष्ण माथुर, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और महिला व बाल विकास मंत्रालय एवं आयुर्वेद, योगा और प्राकृतिक चिकित्या, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी (आयुष) मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ. (प्रो.) महेन्द्र मुंजपरा मौजूद रहेंगे.
पंचायती राज संस्थाओं के सशक्तीकरण के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ये एक अनूठी पहल की शुरुआत की है. कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर शासन और आयोजन संबंधी संस्थाओं को सशक्त करना है. ये इस तरह का तीसरा कार्यक्रम है. इस कार्यक्रम का विषय ‘पंचायती राज संस्थाओं के सशक्तीकरण के लिए संसदीय पहुंच कार्यक्रम’ है. पंचायती राज संस्थाओं के लगभग 195 प्रतिभागियों के कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से भाग लेने की संभावना है. ओम बिरला पंचायत के प्रतिनिधियों से मुलाकात करने के लिए पेंगोंग झील और नुबरा घाटी का भी दौरा करेंगे.
इस कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य-
1. जन जागरूकता/जन भागीदारी सुनिश्चित करना.
2. स्थानीय स्तर के नेताओं में आत्मविश्वास/आत्म-सम्मान का भाव जागृत करना.
3. सृजित परिसम्पत्तियों के प्रति स्वामित्व का भाव पैदा करना.
4. स्थानीय स्तर के राजनेताओं की लोकतांत्रिक मूल्यों संबंधी महत्वाकांक्षाओं को मजबूत करना.
5. विभिन्न योजनाओं के बारे में जागरुकता पैदा करना और विकास कार्य के लिए डोरस्टेप डिलीवरी अवसर प्रदान करना.
6. नेटवर्क तैयार करने का अवसर और स्थानीय स्तर के नेतृत्व की महत्वाकांक्षाओं को प्रेरित करना.
पहला कार्यक्रम
इस प्रकार का पहला पहुंच कार्यक्रम 8 जनवरी 2021 को उत्तराखंड राज्य में देहरादून में आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में पंचायत के 445 प्रतिनिधियों ने प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया था. इसके अतिरिक्त, पंचायत के लगभग 40,000 प्रतिनिधियों और अधिकारियों को वेब लिंक के माध्यम से कार्यक्रम से ऑनलाइन जोड़ा गया था.
दूसरा पहुंच कार्यक्रम 26 फरवरी, 2021 को मेघालय राज्य और अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए शिलांग में आयोजित किया गया था. उत्तर-पूर्वी राज्यों के स्थानीय निकायों के लगभग 115 सदस्यों ने कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया था. इसके अलावा, सभी उत्तर-पूर्वी राज्यों से बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को वेब लिंक के माध्यम से कार्यक्रम से ऑनलाइन जोड़ा गया था.