बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए हर साल उत्तराखंड में आयोजित होता है पोषण माह, जानिए इसके बारे में
उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार विकास की ओर जोर दे रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास का नारा दिया है और इसे देखते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार अपने राज्य में चौतरफा विकास कर रही है। वही उत्तराखंड में हर साल सितंबर के महीने में पोषण माह आयोजित होता है। पोषण माह में वह बच्चे होते हैं जो कुपोषित होते हैं और इस कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए पोषण माह आयोजित होता है।
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इसके बारे में खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर लिखा है कि बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए हर साल सितंबर में पोषण माह आयोजित होता है। इस वर्ष उच्च पोषण क्षमता वाले स्थानीय अनाजों व दालों को प्रोत्साहित करने हेतु Local For Poshan का संकल्प लिया गया है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे लिखा है कि उत्तराखंड में पहले से ही भट्ट, गहथ, मंडुआ,जौ,चौलाई आदि उच्च पोषण क्षमता वाले अनाजों व दालों से बने उत्पाद कुपोषित बच्चों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम को ‘अम्मा की स्मृतियों से’ नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर खाद्यान्नों से बनने वाले परंपरागत व्यंजनों को बनाने की तकनीक को नई पीढ़ियों तक हस्तांतरित करने के साथ ही इन व्यंजनों की पौष्टिकता के बारे में जागरूक करना भी है।