नोवाक जोकोविच ने लगाई Wimbledon जीत की हैट्रिक, ब्रैटिनी को हराकर जीता 20वां ग्रैंडस्लैम
नई दिल्ली। दुनिया के नंबर 1 टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच अपने करियर के 30वें ग्रैंडस्लैम फाइनल मुकाबले में 7वीं वरीयता प्राप्त इटली के मैट्यू ब्रैटिनी से भिड़े, जहां पर लगभग 3 घंटे तक चले इस मुकाबले में जोकोविच ने अपना दबदबा बरकरार रखते हुए लगातार साल के तीसरे बड़े ग्रैंडस्लैम में जीत हासिल की। जहां जोकोविच 7वीं बार विंबलडन का फाइनल खेलने उतरे थे तो वहीं पर ब्रैटिनी पहली बार विंबलडन के फाइनल में पहुंचे थे। जोकोविच ने ब्रैटिनी को 6-7, 6-4, 6-4, 6-3 से जीत हासिल कर अपने करियर का 20वां ग्रैंडस्लैम जीता और रोजर फेडरर, राफेल नडाल की खास लिस्ट में शामिल हो गये।
नोवाक जोकोविच और ब्रैटिनी के बीच इस फाइनल से पहले 2 बार भिड़ंत हुई थी और दोनों बार जोकोविच ने ही जीत हासिल की थी और फाइनल मैच में एक बार फिर से जीत हासिल कर अपनी विनिंग स्ट्रीक को बरकरार रखा है। जोकोविच ने अपने करियर का 7वां विंबलडन और लगातार तीसरी बार यह ग्रैंडस्लैम जीता। जोकोविच ने 2018 और 2019 का विंबलडन भी जीता है जबकि कोरोना वायरस के चलते 2020 में विंबलडन टाल दिया गया था। अब वापसी करते हुए जोकोविच ने एक बार फिर से इस खिताब को अपने नाम किया है।
विंबलडन के इस फाइनल मैच के पहले सेट में ब्रैटिनी और जोकोविच के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला और अंत में ब्रैटिनी ने 6-7 से इस सेट को अपने नाम कर लिया। हालांकि इसके बाद जोकोविच ने शानदार वापसी करते हुए दूसरे और तीसरे सेट को 6-4, 6-4 की स्कोर लाइन से अपने नाम किया। वहीं चौथे सेट में जोकोविच ने बढ़त के साथ शुरुआत की लेकिन ब्रैटिनी ने बढ़त बनाकर वापसी की।
ब्रैटिनी ने 2-3 की बढ़त हासिल की हुई थी लेकिन जोकोविच ने शानदार वापसी करते हुए लगातार 2 सेट में जीत हासिल की और बढ़त को 5-3 कर दिया। इसके बाद जोकोविच ने ब्रैटिनी को वापसी नहीं करने दी और 6-3 से लगातार तीसरा सेट जीतकर अपने करियर का 7वां विंबलडन जीता।
गौरतलब है कि जोकोविच ने अपने करियर में अब तक 7 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन (2008, 2011, 2012, 2013, 2015, 2016, 2019, 2020, 2021), 7 बार विंबलडन (2011, 2014, 2015, 2018, 2019, 2021), 3 बार यूएस ओपन (2011, 2015, 2018) और 2 बार फ्रेंच ओपन (2016, 2021) का ग्रैंडस्लैम जीता है।
आपको बता दें कि इस जीत के साथ ही जोकोविच टेनिस में 20 ग्रैंडस्लैम जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गये हैंं। जोकोविच से पहले यह कारनामा रोजर फेडरर और राफेल नडाल कर चुके हैं। रोजर फेडरर ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए फ्रेंच ओपन को बीच में ही छोड़ दिया था, जिसके बाद उन्होंने विंबलडन और टोक्यो ओलंंपिक का हिस्सा न बनने का फैसला किया। वहीं पर राफेल नडाल को जोकोविच ने फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में हराया था। जबकि विंबलडन में नाओमी ओसाका के साथ नडाल ने भी न खेलने का फैसला किया था।