सिर्फ बृजहभूषण ही नहीं, BJP के और भी नेताओ पर हैं महिला उत्पीड़न के आरोप
पिछले 5 वर्षों में प्रमुख दलों में से, महिलाओं के खिलाफ अपराध के घोषित मामलों वाले 47 उम्मीदवारों को भाजपा द्वारा टिकट दिया गया था।
327 महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले वाले उम्मीदवारों को मान्यता प्राप्त दलों ने टिकट दिया। BSP ऐसे उम्मीदवारों की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सबसे अधिक विधायकों और सांसदों के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज है
पार्टी भी इन उम्मीदवारों को दूसरों से अधिक टिकट दे रही है। मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) और ममता बनर्जी की अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (AITC) ने भी उन उम्मीदवारों को टिकट दिए जिनके खिलाफ ऐसे आपराधिक मामले लंबित थे।
ADR ने इन चौंकाने वाले आंकड़ों को जानने के लिए वर्तमान सांसदों और विधायकों के 4,896 चुनावी हलफनामों में से 4,845 का विश्लेषण किया। इनमें 776 सांसदों में से 768 और सभी राज्यों के 4,120 विधायकों में से 4,077 हलफनामे शामिल हैं।
AITC के पास 6, शिवसेना के 7 और BJP के 12 सबसे अधिक ऐसे MPs/MLAs हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित घोषित मामलों वाले इन 48 सांसदों/विधायकों में से 45 विधायक और 3 सांसद हैं।
महाराष्ट्र में महिलाओ के खिलाफ घोषित अपराध वाले MPs/MLAs की संख्या सबसे अधिक!
वही पश्चिम बंगाल में 11 और ओडिशा, आंध्र प्रदेश में 5 महिलाओं के खिलाफ घोषित अपराध वाले MPs और MLAs.
ADR के प्रमुख मेजर जनरल अनिल वर्मा ने एक चैनल को बताया कि राजनीतिक दल सिर्फ किसी उम्मीदवार की जीत पर निर्भर हैं और उन्हें इन उम्मीदवारों की योग्यता की परवाह नहीं है।
ADR के प्रमुख मेजर जनरल अनिल वर्मा ने कहा “आश्चर्यजनक बात यह है कि जिस तरह से महिला नेताओं के नेतृत्व वाली पार्टियों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों वाले उम्मीदवारों को भी टिकट दिया है।”