North Korea ने संविधान में किया बदलाव: दक्षिण कोरिया की टेंशन बढ़ी
North Korea ने अपने संविधान में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिससे दक्षिण कोरिया के साथ तनाव में वृद्धि हुई है। तानाशाह किम जोंग उन की अगुवाई में किए गए.
प्रस्तावना
हाल ही में North Korea ने अपने संविधान में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिससे दक्षिण कोरिया के साथ तनाव में वृद्धि हुई है। तानाशाह किम जोंग उन की अगुवाई में किए गए इन संशोधनों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है और क्षेत्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने की क्षमता रखती है।
संविधान में बदलाव
उत्तर कोरिया की सत्ताधारी पार्टी ने संविधान में ऐसे संशोधन किए हैं, जो देश की सैन्य शक्ति और परमाणु कार्यक्रम को और अधिक मजबूत करते हैं। किम जोंग उन ने इसे देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक बताया। नए संशोधनों में यह स्पष्ट किया गया है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियारों को किसी भी स्थिति में बनाए रखेगा और उनका विकास करेगा।
-
Russia का बड़ा हमला: सुमी शहर पर बैलिस्टिक मिसाइलों से तबाही, 11 मौतें, 84 घायलNovember 18, 2024- 6:11 PM
-
Canada में पंजाबी सिंगरों के इलाके में 100 राउंड फायरिंग, 23 गिरफ्तार; 16 हथियार बरामदNovember 15, 2024- 3:23 PM
दक्षिण कोरिया की चिंता
दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के इस कदम को गंभीर चिंता का विषय माना है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा है कि इस प्रकार के कदम से क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा होगा। उनके अनुसार, उत्तर कोरिया का सैन्यीकरण और परमाणु कार्यक्रम का विकास न केवल दक्षिण कोरिया, बल्कि पूरे एशिया के लिए खतरा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इन संवैधानिक परिवर्तनों के बाद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने उत्तर कोरिया के कदम की निंदा की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने उत्तर कोरिया से अपील की है कि वह अपनी सैन्य गतिविधियों को रोकें और बातचीत के लिए आगे आएं।
किम जोंग उन का रुख
किम जोंग उन ने इन बदलावों को ‘संविधान का नया अध्याय’ बताया है। उन्होंने कहा कि यह कदम देश की रक्षा को और मजबूत करेगा और उत्तर कोरिया को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक मजबूत स्थिति में लाएगा। उनका यह रुख क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।
नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली
उत्तर कोरिया द्वारा संविधान में किए गए बदलावों ने दक्षिण कोरिया और अन्य देशों के बीच टेंशन को बढ़ा दिया है। किम जोंग उन के तानाशाही रुख और सैन्य शक्ति के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा उत्पन्न हो गया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति का सामना कैसे करता है और क्या बातचीत का कोई संभावित रास्ता निकलता है।