हिसार हवाई अड्डा विस्तार को पर्यावरण मंत्रालय ने जारी की एनओसी
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार द्वारा हिसार को प्रदेश के एविएशन हब के रूप में विकसित किया जाएगा। 27 अक्तूबर को हिसार एयरपोर्ट के लिए भूमि-पूजन का कार्यक्रम तय किया गया है। सरकार का प्रयास है कि कागजी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम पूरा किया जाए।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हिसार हवाई अड्डे के निर्माण कार्यों को लेकर विभागीय अधिकारियों की बैठक के बाद जारी जानकारी में बताया कि हवाई अड्डा निर्माण के लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय विभाग से हवाई अड्डे के निर्माण कार्य शुरू करने संबंधी हरी झंडी मिल गई है और अब एयरपोर्ट के आधारभूत ढांचे का निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि उड्डयन व विमानन क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों व अधिकारियों के साथ बैठकों का आयोजन हो चुका है। हिसार हवाई अड्डे से केंद्रीय पर्यावरण विभाग से एनओसी मिलने के बाद सरकार ने 27 अक्तूबर को हवाई अड्डा बनाने की योजना को अमली-जामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
डिप्टी सीएम ने कहा कि हरियाणा को आगामी समय में एविएशन हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें हिसार का हवाई अड्डे का निर्माण मील का पत्थर रहेगा वहीं भिवानी में एविशन क्लब, महेंद्रगढ़ में एडवेंचर स्पोर्टस सेंटर सहित करनाल व पंचकुला में हवाई पट्टियों का विस्तारीकरण करने पर सरकार का फोकस रहेगा। डिप्टी सीएम ने बताया कि हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का सबसे महत्वपूर्ण अंग हवाई पट्टी की लंबाई बढ़ाना है। वर्तमान हवाई पट्टी के अलावा तीन हजार मीटर नई हवाई पट्टी बनाने का काम शुरू हो जाएगा। हवाई पट्टी के साथ साथ ही टैक्सी वे, टैक्सी स्टैंड, जहाज के लिए पार्किंग स्पेस, टर्मिनल, एयर ट्रैफिककंट्रोल सिस्टम स्थापित करने की दिशा में चरणबद्ध तरीके से काम शुरू होगा। हिसार हवाई अड्डे की चारदीवारी निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी वहीं आतरिक सुरक्षा हेतु फैंसिंग लगाने की प्रक्रिया जारी है।
चौटाला ने बताया कि हिसार के हवाई अड्डे को अत्याधुनिक बनाया जाएगा जिससे कि यहां रात को भी बड़े हवाई जहाज लैंड कर सकेंगे। कम विजिबिलिटी में जहाज को लैंड करने की समस्या से निपटने के लिए भी पूरे इंतजाम किए जाएंगे और इसके लिए इस प्रकार की अत्याधुनिक तकनीक युक्त लाइट स्थापित करने का प्रस्ताव है। जिससे कि 24 घंटे हवाई जहाज के आवागमन की सुविधा रहेगी।