चुनाव के दौरान किसी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जायेगी: आयोग

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले फिर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की कोई हिंसक वारदात बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के एक अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले बदमाशों की ओर से किये जाने वाले किसी तरह के प्राणघातक हमले के समय आत्म-रक्षा के लिए कार्रवाई करने को सुरक्षा बलों को अधिकृत कर दिया है।
दूसरे चरण में दक्षिण 24 परगना, पश्चिमी और पूर्वी मेदिनीपुर तथा दक्षिण 24 परगना जिलों की 30 सीटों के लिए मतदान होगा। इनमें से नंदीग्राम सीट पर सभी की नजरें टिकी हैं। यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके सहयोगी रहे शुवेन्दु अधिकारी भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के टिकट पर आमने-सामने हैं।
आयोग की यह नयी चेतावनी पूर्वी मेदिनीपुर जिले के अरवालम गांव में केन्द्रीय सुरक्षा बलों के जवानों और पतशपुर थाना प्रभारी दीपक चक्रवर्ती पर पहले चरण के मतदान के दिन 26 मार्च को बम से किये गये हमले के मद्देनजर आयी है।
आयोग के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है तो चुनाव ड्यूटी में लगे जवान हमलावरों को खदेड़ने के लिए हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दूसरे चरण के चुनावों के लिए संबंधित चारों जिलों में केन्द्रीय बलों की 651 कम्पनी तैनात की गयी हैं।
नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में प्रशासन ने केन्द्रीय सुरक्षा बल की 21 कंपनियाँ तैनात की हैं। नंदीग्राम में 341 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। ये सभी संवेदनशील श्रेणी में रखे गये हैं। यहां से संयुक्त मोर्चा की ओर से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की मीनाक्षी मुखर्जी अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
आयोग ने राज्य और केन्द्रीय बलों से समन्वय बनाने के भी आदेश जारी किये हैं।

 

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