हजारीबाग : 55 करोड़ के डंप कोयला की ढुलाई पर नहीं बनी बात
हजारीबाग। जिला प्रशासन सोमवार को दूसरे दिन भी आंदोलनकारियों से वार्ता करने बड़कागांव पहुंचा। वार्ता के लिए प्रखंड के चेपाकलां में बैठक बुलाई गई। बैठक में उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद एवं एसपी कार्तिक एस भी उपस्थित रहे। संचालन प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवेश कुमार साव ने की। जिला प्रशासन ने कोयले की ट्रांसपोर्टिंग शुरू करने देने का आग्रह आंदोलनकारियों से किया, लेकिन रैयत व आन्दोलनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। परिणाम स्वरुप आज की वार्ता का भी कोई नतीजा नहीं निकला। बैठक शाम 4ः30 बजे से लेकर 6 बजे तक चली।
गौरतलब है कि 1 सितंबर से 16 गांव में चल रहे धरना प्रदर्शन व सत्याग्रह आंदोलन के कारण कोयले का उत्पादन ठप है। साथ ही खदान से निकला करीब 5 लाख टन से अधिक कोयला डंप है और उसमें जब तब आग लग रही है। करीब 55 करोड़ के कोयले को आग से बचाने के लिए प्रशासन लोगों से वार्ता कर रहा है।
उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने कहा कि डंप किये गए कोयले में जो आग लगी थी, उसे बुझा लिया गया, लेकिन भविष्य में आग लगने पर शायद उसे बुझाना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि
सरकार का आदेश है कि कोयले की ट्रांसपोर्टिंग होने दिया जाए। क्षेत्र में कोई भी कंपनी आती है तो लोगों का विकास करना और लाभ देना उसकी पहली प्राथमिकता है। आप लोग की मांग जायज है, इस पर पहल हो रही है। उन्होंने
फिलहाल ट्रांसपोर्टिंग होने दिए जाने पर जोर दिया। एसपी कार्तिक एस ने भी 5 लाख टन डंप कोयला की ढुलाई को अति आवश्यक बताया। मौके पर एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक प्रशांत कश्यप, एसडीओ विद्या भूषण कुमार, एसडीपीओ भूपेंद्र राउत, सीओ वैभव कुमार सिंह समेत सैकड़ों रैयत व ग्रामीण उपस्थित थे।