सीनियर आईएएस नवनीत सहगल सबके लिए जरूरी कैसे ?
आज रिटायर्ड होंगे आईएएस नवनीत सहगल।
सीनियर आईएएस नवनीत सहगल सबके लिए जरूरी कैसे ?: एक समय था जब केंद्र सरकार में उत्तर प्रदेश के अफसरों का दबदबा था। एक दर्जन से अधिक मंत्रालयों की कमान यूपी के अफसरों के हाथ हुआ करती थी।अफसरशाही की सबसे बड़ी कुर्सी कैबिनेट सेक्रेटरी पर अक्सर यूपी का कोई अधिकारी होता था। ऐसे ही एक आईएएस अफसर की कहानी है जो आज अपने दायित्व से मुक्त हो रहे हैं।
नवनीत सहगल उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में एक ऐसा आईएएस अफसर जिनका दबदबा हमेशा कायम रहा। सरकार चाहे किसी की भी आए इनको हमेशा महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलती रही। मायावती सरकार रही हो या अखिलेश की या योगी आदित्यनाथ की सब में नवनीत सहगल अपने हुनर और कार्य के बल पर महत्वपूर्ण पदों पर रहे।आईएएस नवनीत सहगल किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वैसे तो उत्तर प्रदेश में बहुत सारे आईएएस अफसर काम करते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही ऐसे होते हैं जो अपने काम और हुनर के दम पर हर सरकार की जरूरत बन जाते हैं और सरकार भी इन्हें पसंद करती है, इनके काम और हुनर के कारण। इसी तरह के शख्सियत का नाम है नवनीत सहगल। कई सरकारों का अहम हिस्सा रहे आईएएस अफसर नवनीत सहगल आज 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं।
नवनीत सहगल का वर्तमान कार्यकाल
सहगल वर्तमान में यूपी की योगी सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण का कार्यभार संभाल रहे हैं और उन्हें विभाग में व्यापक बदलाव लाने का श्रेय दिया जाता है। उनके आने से विभाग में काफी बदलाव देखने को मिला है।यूपी की अफसरशाही में नवनीत सहगल की कार्यशैली एक आक्रामक और बोल्ड अफसर के तौर पर पहचानी जाती रही है।लगातार सरकार उनको महत्वपूर्ण भूमिका में रखते हुए अति महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को पूरा कराती रही है। यही नहीं उत्तर प्रदेश के अलग-अलग खेल संघों में नवनीत सहगल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सेवानिवृत्ति के बाद भी खेल प्रशासक के तौर पर सहगल अपना परचम बुलंद करते रहेंगे। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से शुरू हुई उनकी आईएएस पद की यात्रा आज अपर मुख्य सचिव खेल के महत्वपूर्ण पद पर जाकर समाप्त हो रही है।
नवनीत सहगल का जीवन
आईएएस नवनीत सहगल।नवनीत सहगल की सबसे महत्वपूर्ण पहली पोस्टिंग उपाध्यक्ष हरिद्वार विकास प्राधिकरण की थी। कुछ समय बाद उनकी प्रतिभा का लोहा शासन मान चुका था। बहुत युवावस्था में ही वे संयुक्त सचिव गृह विभाग तक बना दिया गए।उत्तर प्रदेश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और प्रधानमंत्री लखनऊ के सांसद अटल बिहारी वाजपेई थे तब वे लखनऊ के जिलाधिकारी जैसी महत्वपूर्ण भूमिका में थे।
सीनियर आईएएस नवनीत सहगल सबके लिए जरूरी कैसे
आईएएस नवनीत सहगल प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की महत्वपूर्ण स्कीमों को अमलीजामा पहनाने के लिए उनको निदेशक सूडा का पद भी दिया गया था। अलग-अलग सरकारों के समय में नवनीत सहगल 12 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के सचिव भी रहे।धर्मार्थ सेवा विभाग और खादी ग्राम उद्योग जैसे विभागों में भी अपेक्षाकृत महत्वहीन भूमिका होने पर भी उन्होंने शानदार काम किया।प्रमुख सचिव सूचना के पद पर रहते हुए हुए पत्रकारों के प्रिय मित्र बनें।
यही नहीं अखिलेश यादव की सरकार में आगरा एक्सप्रेस वे के निर्माण में नवनीत सहगल की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका बताई जाती रही।खादी ग्राम उद्योग में उन्होंने खादी को उत्तर प्रदेश में पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।