बिहार सीएम को लेकर नीतीश का जवाब, जानिए क्या बोले नीतीश कुमार
पटना। बिहार विधानसभा रिजल्ट आने के बाद गुरुवार को नीतीश कुमार जदयू के नवनिर्वाचित विधायकाें से मिले। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने सीएम के सवाल पर चौंकाने वाला जवाब दिया। उन्होंने खुद के सीएम बनने के फैसले पर कहा कि मैंने मुख्यमंत्री बनने का दावा नहीं किया है। इस पर फैसला एनडीए में शामिल पार्टियां करेंगी कि बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा। उन्होंने बताया कि अभी शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय नहीं की गई है। कल चारों घटक दलों की बैठक होगी जिसमें चर्चा कर सभी चीजें तय की जाएंगी।
मैं कहां कोई दावा कर रहा हूं? निर्णय NDA द्वारा लिया जाएगा: कौन मुख्यमंत्री बनेगा सवाल पूछे जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार pic.twitter.com/tJOUnld7Ar
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 12, 2020
बिहार में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद पहली बार मीडिया के जरिए प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि एनडीए की औपचारिक बैठक के बाद ही नेता के नाम पर मुहर लगेगी। इससे पहले गुरुवार को नीतीश कुमार ने जदयू नेताओं और नव निर्वाचित विधायकों के साथ बैठक भी की। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए को बहुमत मिला है लेकिन हमारे गठबंधन में शामिल सभी चार घटक दलों के नेता मिल-बैठकर आपसी सहमति से कोई फैसला करेंगे। नीतीश कुमार ने यह भी कहा है कि उनका शपथ ग्रहण कार्यक्रम कब होगा, यह अभी तय नहीं है। शपथ ग्रहण दीपावली के बाद होगा या छठ के बाद यह फिलहाल नहीं कहा जा सकता है।
लोजपा का नाम लिये बिना नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों ने छोटे-छोटे उम्मीदवारों को खड़ा कर हमारे प्रत्याशियों को नुकसान पहुंचाया है। हम लोग एक-एक सीट का आकलन कर रहे हैं। उसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि कुछ सीटों का नुकसान एक खास वजह से हुआ है। एनडीए के अंदर इन सब बातों पर मंथन किया जा रहा है। भाजपा इन सभी बातों को देखेगी। नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक काम करेंगे, हम सबके लिए काम करेंगे। काम करने के बाद भी अगर वोट नहीं मिलता है तो उन्हें सोचना होगा लेकिन हम क्राइम, कम्यूनलिज्म और करप्शन से समझौता नहीं करेंगे। भाजपा लगातार कह रही है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री होंगे, इसपर नीतीश कुमार ने कहा कि हर किसी को बोलने की स्वतंत्रता है। नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ कंफ्यूजन की वजह से थोड़ी परेशानी हुई लेकिन वोटिंग खत्म होने के बाद जब एक्जिट पोल आया तब लोगों के मन में क्या सोच थी इसे समझिए।