Bihar में कैबिनेट विस्तार में देरी के लिये नीतीश ने BJP को लिया आड़े हाथ
नई दिल्ली : बिहार में नीतीश मंत्रीमंडल के विस्तार में देरी को लेकर अंदरखाने में ही कई सवाल उठने लगे है। हालांकि सीएम नीतीश कुमार ने साफ कहा है कि मंत्रीमंडल विस्तार में देरी के लिये बीजेपी जिम्मेदार है। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि हर बार सरकार के गठने के थोड़े दिनों में ही मंत्रीमंडल विस्तार कर दिये जाते थे। लेकिन इस बार तय सीमा से भी देरी हो रही है।
फिलहाल 14 मंत्री के भरोसे सरकार
बता दें कि बिहार में नीतीश कैबिनेट में अभी 14 मंत्री है। जिसमें एक-एक मंत्री अभी 5 से 6 विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे है। हालांकि इतना तो साफ है कि नीतीश मंत्रीमंडल में सीएम समेत 36 मंत्री बनाये जा सकते है। राज्य में विपक्षी दल भी नीतीश कुमार को निशाने पर लेने से नहीं चूकते है। वैसे अभी हाल ही में प्रदेश बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव और बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।
भूपेंद्र यादव और जायसवाल ने की थी सीएम से मुलाकात
मालूम हो कि सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी नेताओं से मुलाकात पर कहा कि यह सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात थी। जिसमें कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। साथ ही सीएम ने मीडिया की उस खबरों का भी खंडन कर दिया कि यह मुलाकात मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर हुआ। उन्होंने कहा कि निश्चित रुप से बीजेपी को इसमें पहल करके सुझाव भेजना चाहिये। उधर बिहार के राजनीतिक गलियारें में नीतीश मंत्रीमंडल के विस्तार 14 जनवरी के बाद होना तय माना जा रहा है। लेकिन बीजेपी पर सवाल दागकर नीतीश ने गेंद उनके पाले में फेंक दिया है। अब देखना होगा कि बीजेपी इस पर किस तरह की प्रतिक्रिया देती है।