केजरीवाल के ऑड इवन को गडकरी ने बताया ऑड, किया खारिज
हाल ही में दिल्ली(Delhi) के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल(CM Arvind Kejriwal) ने राजधानी में प्रदुषण(Pollution) को नियंत्रण में रखने के लिए घोषणा की थी। उन्होंने दिवाली के समय में प्रदूषणमुक्त दिवाली मानाने, ऑड-इवन शुरू करने और मास्क बाटने की बात कही थी। इसपर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में ‘अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है।’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में ऑड-इवन(Odd-Even) योजना को ख़ारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में अभी इसकी कोई ज़रुरत नहीं है। गडकरी ने कहा कि ‘जो रिंग रोड हमने बनाया है, उससे शहर में प्रदूषण में काफी कमी आई है। और हमारी योजनाएं अगले 2 वर्षों में दिल्ली को प्रदूषण मुक्त कर देंगी। अगर वे इसे लागू करना चाहते हैं तो यह उनका (दिल्ली सरकार का) फैसला है।’
दिल्ली सरकार की योजनाएं
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिवाली के समय राजधानी में बढ़ने वाले प्रदुषण(Pollution) को नियंत्रित करने के लिए योजना बनाई है। इसमें ऑड-इवन मुख्य है। हालांकि यह योजना तभी लागू होगी जब प्रदूषण ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा परिभाषित खतरे के निशान को पार कर जाएगा। केजरीवाल ने इस बार योजना के तहत दी गई छूट का कोई ब्योरा नहीं दिया है। उन्होंने कहा, ‘हम पिछले अनुभव के सभी निष्कर्षों को ध्यान में रखेंगे।’ इस योजना को लेकर उन्होंने कहा ऑड ईवन स्कीम, पंजाब और हरियाणा के पड़ोसी राज्यों में किसानों द्वारा फसल जलने के कारण होने वाले वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सात-सूत्रीय कार्ययोजना का हिस्सा होगी।
पिछले 3 सालों में दिल्ली का प्रदुषण तकरीबन 25 प्रतिशत कम
मुख्यमंत्री ने दिल्लीवासियों से पटाखा और प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘हम लोगों से दिवाली के दौरान पटाखे न फोड़ने का आह्वान करते हैं। AAP सरकार त्योहार से एक दिन पहले लेजर शो का आयोजन करेगी।’ दिल्ली सरकार द्वारा घोषित उपायों में लोगों को मास्क प्रदान करना(Mask), सड़कों पर मशीनीकृत सफाई, वृक्षारोपण और शहर में 12 प्रदूषण वाले हॉट स्पॉट के लिए विशेष योजनाएं शामिल हैं। गौरतलब है कि दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की विश्व स्वास्थ्य संगठन की रैंकिंग में कई वर्षों से ऊपर रहा है। हालाँकि 2011-2014 की अवधि की तुलना में, पिछले 3 सालों में दिल्ली का प्रदुषण तकरीबन 25 प्रतिशत कम हुआ है। लेकिन विशेषज्ञों ने कहा कि स्वच्छ वायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अभी प्रदुषण को 65 प्रतिशत और कम करना होगा।