इलाहाबाद HC में मुकदमों की लिस्टिंग का नया फार्मूला Odd-Even 28 जून से लागू
प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुकदमों की लिस्टिंग के नए फार्मूले का वकीलों ने विरोध शुरू कर दिया है. सोमवार 28 जून से इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुकदमों की लिस्टिंग का ऑड-ईवन (Odd-Even Formula) फार्मूला लागू हो गया. कुछ अदालतों में ऑड तो कुछ में इवेन मुकद्मे लगे. यह व्यवस्था पूरे हफ्ते के लिए रहेगी. जिस कोर्ट में ऑड मुकदमे लगे हैं, उन अदालतों में पूरे हफ्ते ऑड मुकदमे लगे रहेंगे और जिसमें ईवन मुकदमे लगे हैं, उनमें पूरे हफ्ते ईवन ही रहेंगे.
वहीं कोविड काल में मुकदमों की वर्चुअल सुनवाई के बीच वकीलों को यह नई व्यवस्था रास नहीं आ रही है. इस व्यवस्था को लेकर विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं. हाईकोर्ट बार के कई पूर्व पदाधिकारियों ने इस नई व्यवस्था का हाईकोर्ट बार एसोसिएशन पदाधिकारियों से विरोध जताया है.
गौरतलब है कि कोविड के चलते फिजिकल हियरिंग बंद है. सिर्फ वर्चुअली मुकदमे सुने जा रहे हैं, जिससे हाईकोर्ट पर मुकदमों का बोझ भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वर्चुअल सुनवाई में लिंक ना मिलने के चलते भी वकीलों को कई बार परेशानी उठानी पड़ती है. हाल में ही 25 जून को समय से लिंक नहीं मिलने से एक वकील को स्कूटर पर बैठकर मुकदमे की सुनवाई करनी पड़ी. जिस पर कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई और भविष्य में ऐसा न करने की चेतावनी दी.
ऐसा ही इससे पहले एक और मामले में हो चुका है जबकि वकील को अपने खेत से वर्चुअली मुकदमे की बहस करनी पड़ी थी. मुकदमों की लिस्टिंग की नई व्यवस्था 26 जून को बने कार्यवाहक चीफ जस्टिस एम एन भंडारी ने लागू की है. हाईकोर्ट के वकीलों को न ही यह नई व्यवस्था रास आ रही है और न ही उन्हें यह समझ में आ रहा है कि इससे कैसे मुकदमों की सुनवाई में तेजी आएगी.