AES के बाद बच्चों में फैल रही नई जानलेवा बीमारी, घर में किसी को हुआ है कोरोना तो सतर्क हो जाएं
मुजफ्फरपुर. एक तरफ कोरोना महामारी और दूसरी ओर एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस (AES) की कहर से जूझ रहे बिहार के मुजफ्फरपुर में अब एक नई जानलेवा बीमारी ने दस्तक दी है. जी हां, आपके परिवार में अगर किसी को कोरोना हुआ है, तो सतर्क हो जाएं. क्योंकि मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम यानी एमआईएस (MIS) नाम की यह बीमारी तेजी से बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है. मुजफ्फरपुर के मीनापुर प्रखंड में 3 साल की एक बच्ची में इस बीमारी के लक्षण पाए जाने के बाद उसे श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती किया गया है.
मुजफ्फरपुर में एईएस के खतरों के बीच नई जानलेवा बीमारी एमआईएस के बारे में डॉक्टर बताते हैं कि यह ब्लैक फंगस की तरह पोस्ट कोविड-19 बीमारी है, जो बच्चों को अपना शिकार बनाती है. जिले के मीनापुर प्रखंड के मेठनापुर गांव की 3 साल अंशु कुमारी में एमआईएस के लक्षण मिले, जिसके बाद उसे SKMCH में भर्ती किया गया है. इस नई बीमारी के आने की खबरों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. डॉक्टरों के मुताबिक अगर समय पर इलाज नहीं मिला, तो इससे बच्चों की जान जा सकती है.
एसकेएमसीएच के डॉक्टरों की टीम अंशु का इलाज करने में जुटी है. उसे अस्पताल के PICU वार्ड में भर्ती किया गया है. हॉस्पिटल के उपाधीक्षक और शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि बच्चे या उसके परिवार में किसी को कोविड-19 का संक्रमण हुआ हो, उसके बाद ही MIS के लक्षण बच्चों में दिखते हैं. इस बीमारी से पीड़ित बच्चों में हार्ट कॉम्प्लिकेशंस के अलावा तेज बुखार, पेट दर्द, उल्टी और आंख की परेशानी होती है.
डॉ. सहनी ने बताया कि यह बीमारी बच्चों के फेफड़े, किडनी और लीवर को संक्रमित कर देता है. अगर समय से इलाज शुरू नहीं हुआ तो बच्चे की जान भी जा सकती है. उन्होंने बताया कि एसकेएमसीएच में भर्ती अंशु को 24 घंटे मेडिकल सुपरविजन में रखा गया है. फिलहाल उसकी हालत स्थिर है, लेकिन खतरा टला नहींं है. डॉक्टर उसकी स्थिति पर हर वक्त नजर बनाए हुए हैं.