Netanyahu और ट्रंप ने गाजा के बंधकों और सीरिया पर की चर्चा
Netanyahu ने अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप से गाजा में होमस द्वारा बंधक बनाए गए इजराइली और विदेशी नागरिकों की रिहाई के प्रयासों के बारे में बातचीत की।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन Netanyahu ने अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप से गाजा में होमस द्वारा बंधक बनाए गए इजराइली और विदेशी नागरिकों की रिहाई के प्रयासों के बारे में बातचीत की। इसके अलावा, दोनों नेताओं ने सीरिया में हो रहे घटनाक्रम पर भी चर्चा की। यह वार्ता शनिवार रात को हुई थी।
1. गाजा में बंधक संकट पर चर्चा
Netanyahu ने रविवार को बताया कि उनकी और ट्रंप के बीच गाजा में हो रहे संकट पर गंभीर बातचीत हुई। खासकर, होमस द्वारा इजराइल और अन्य देशों के नागरिकों को बंधक बनाए जाने को लेकर यह चर्चा की गई। इजराइल सरकार इस समय इन बंधकों की रिहाई के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने के प्रयासों में जुटी हुई है।
2. सीरिया में स्थिति पर विचार
इसके साथ ही, नेतन्याहू और ट्रंप के बीच सीरिया में जारी संघर्ष पर भी गहन चर्चा हुई। सीरिया में जारी संघर्ष और वहां के राजनीतिक हालात दोनों देशों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। सीरिया में ईरानी प्रभाव और शिया मिलिशिया की सक्रियता के कारण इजराइल को सुरक्षा खतरे का सामना करना पड़ रहा है। नेतन्याहू ने सीरिया में इन परिस्थितियों से निपटने के लिए अमेरिकी सहयोग की आवश्यकता जताई।
3. Netanyahu और ट्रंप का मजबूत सहयोग
Netanyahu और ट्रंप के रिश्ते हमेशा से मजबूत रहे हैं, और दोनों ने एक दूसरे के साथ मिलकर कई महत्वपूर्ण मामलों पर कार्य किया है। ट्रंप ने इजराइल के प्रति अपनी समर्थन नीति को हमेशा स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया है, खासकर गाजा और सीरिया जैसे संवेदनशील मुद्दों पर। नेतन्याहू ने भी ट्रंप के साथ इस सहयोग को जारी रखने की इच्छा जताई है।
4. अंतरराष्ट्रीय दबाव और सहयोग
Netanyahu ने यह भी कहा कि इजराइल इन बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए वैश्विक समुदाय से और सहयोग की उम्मीद करता है। अमेरिका के साथ ही अन्य देशों का सहयोग भी इस मुद्दे पर इजराइल के लिए महत्वपूर्ण है। नेतन्याहू ने इस बारे में ट्रंप से बातचीत की और उनकी मदद की मांग की, ताकि होमस के कब्जे में फंसे नागरिकों को जल्दी से छुड़वाया जा सके।
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Netanyahu और ट्रंप की बातचीत से यह साफ हो गया है कि दोनों नेता क्षेत्रीय सुरक्षा और गाजा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर संयुक्त रूप से काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इजराइल की ओर से होमस के बंधकों की रिहाई और सीरिया में ईरान के प्रभाव पर काबू पाने के लिए अमेरिकी सहयोग की आवश्यकता बनी हुई है। इन दोनों नेताओं के बीच जारी सहयोग से यह उम्मीद की जा रही है कि इन गंभीर मुद्दों पर समाधान निकाला जा सकेगा।