नेपाल के काठमांडू में भूकंप के झटके, बिहार के कई जिलों में भी हिली धरती; 5.5 की थी तीव्रता

नेपाल के काठमांडू में भूकंप के झटके, बिहार के कई जिलों में भी हिली धरती; 5.5 की थी तीव्रता

नेपाल में भूकंप के कारण बिहार के कुछ जिलों में भी इसके झटके (Earthquake in Bihar) महसूस किए हैं. इनमें किशनगंज, कटिहार, लखीसराय, मधुबनी और दरभंगा सहित कई जिलों में भी धरती हिली है.

 

पटना: बिहार में भूकंप (Earthquake in Bihar) के झटके आए हैं. सुबह के करीब 8 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. पटना, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और मधेपुरा समेत कई जिलों में भी झटके महसूस किए गए हैं. काठमांडू से 147 किमी दक्षिण-पूर्व में इसका केंद्र था. हालांकि भूकंप की वजह से फिलहाल किसी भी तरह से नुकसान की कोई खबर नहीं है.

 

7बजकर 58 मिनट पर भूकंप: जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह 7 बजकर 58 मिनट पर नेपाल के काठमांडू में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.5 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक राजधानी से 147 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में भूकंप के झटके महसूस किए गए.

भूकंप से दहला बिहार: मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि रविवार की सुबह 7.58 बजे भूकंप आया. बिहार के कई शहरों में इसे लोगों ने महसूस किया है. नेपाल से तीन किलोमीटर दूर दिक्तेल में इसका केंद्र रहा है. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.5 है. भूकंप के ये झटके भारत, चीन और नेपाल के कई शहरों में महसूस किए गए हैं.

पूर्णिया में भी हिली धरती: पूर्णिया में भी लगभग 8 बजकर 10 मिनट के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए. कई लोगों का कहना है कि पहले हमें लगा कि यह भ्रम है, मगर जब उनके आसपास की चीजें हिलने लगी तो समझ में आया कि भूकंप का झटका ही है. कई लोग अपने घर से बाहर निकल आए

बता दें कि नेपाल भूकंप की बड़ी त्रासदी झेल चुका है. यहां वर्ष 2015 में बड़ा खतरनाक भूकंप आया था. नेपाल में 25 अप्रैल 2015 की सुबह 11 बजकर 56 मिनट पर भूकंप का जोरदार झटका महसूस किया गया था. भूकंप की तीव्रता 7.8 थी. भूकंप इतना भीषण था कि भारत के कई राज्यों में तेज भूंकप के झटके महसूस किए गए थे. 9000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. 80 लाख से ज्यादा लोग इस भूकंप से प्रभावित हुए थे

 

 

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