इस वर्ष पुराने पैटर्न पर ही होगी नीट एसएस परीक्षा, सरकार ने मांगा दो माह का समय
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सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद सरकार नीट एसएस (सुपर स्पेशियलिटी) परीक्षा मौजूदा अकादमिक वर्ष में पुराने पैटर्न पर कराने के लिए राजी हो गई है। सरकार ने बुधवार को शीर्ष अदालत में कहा कि इस वर्ष नीट एसएस परीक्षा पुराने पैटर्न पर ही आयोजित होगी। लेकिन अगले वर्ष (2022-23) से यह नए एग्जाम पैटर्न पर कराई जाएगी। सरकार की ओर से आश्वासन मिलने के बाद कोर्ट ने सभी लंबित सुनवाइयों को बंद कर दिया। केंद्र सरकार ने पुराने पैटर्न से परीक्षा के आयोजन के लिए दो माह का समय मांगा है।
गौरतलब है कि 27 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने नीट एसएस (सुपर स्पेशियलिटी) परीक्षा के पैटर्न में अंतिम समय में किए गए बदलाव को लेकर केंद्र सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। शीर्ष अदालत ने चेताया था कि केंद्र सरकार सत्ता के खेल में युवा डॉक्टरों को फुटबॉल न बनाए। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ व जस्टिस बीवी नागरत्ना की पीठ ने कहा था कि अगर अदालत परीक्षा प्रारूप में बदलाव को लेकर दी गई दलीलों से संतुष्ट नहीं होती है तो इसके खिलाफ आदेश पारित किया जा सकता है।
शीर्ष अदालत 41 स्नातकोत्तर डॉक्टरों की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। पीठ ने कहा कि वह युवा डॉक्टरों को कुछ असंवेदनशील नौकरशाहों की दया पर नहीं छोड़ सकती। यह मामला युवा डॉक्टरों के भविष्य के लिए अहम है।
नीट एसएस एक पात्रता सह रैंकिंग परीक्षा है जो कि विभिन्न डीएम/एसीएच और डीएनबी एसएस कोर्सेज में एडमिशन के लिए आयोजित होती है।