‘बजट में महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के लिए योजनाएं…’, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल का बड़ा बयान
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार, 23 जुलाई को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश किया। विपक्ष लगातार इस बजट की आलोचना कर रहा है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार, 23 जुलाई को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश किया। विपक्ष लगातार इस बजट की आलोचना कर रहा है। इस बीच, महाराष्ट्र में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने केंद्र के बजट की तारीफ करते हुए विरोधियों को जवाब दिया है।
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “बजट में महाराष्ट्र और अन्य सभी राज्यों के लिए कई योजनाएं हैं। अगर दो राज्यों का विशेष उल्लेख बजट भाषण में मिलता है, तो किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि जब बिहार और झारखंड अलग हुए थे, तब भी बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग उठाई गई थी। इसी तरह, जब आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को अलग किया गया, तो पुनर्गठन अधिनियम में कई प्रावधानों का उल्लेख किया गया था। अगर सरकार आज उन प्रावधानों को पूरा कर रही है, तो इसकी प्रशंसा की जानी चाहिए।”
एनसीपी सांसद ने महाराष्ट्र को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “जहां तक महाराष्ट्र का सवाल है, 1 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का प्रधानमंत्री जी ने भूमिपूजन और उद्घाटन 8 दिन पहले किया है। इतना ही नहीं, 76 हजार करोड़ रुपये का पोर्ट वहां आने वाला है, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरियां और रोजगार मिलेंगे।”
संसद परिसर में बुधवार, 24 जुलाई को इंडिया गठबंधन के नेताओं ने बजट में भेदभाव किए जाने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस की संसदीय दल प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत विपक्षी दलों के कई नेता मौजूद रहे।
विपक्षी नेताओं ने अपने हाथों में तख्तियां पकड़ी थीं, जिन पर लिखा था कि एनडीए ने ‘इंडिया’ को नजरअंदाज किया है और भारतीय राज्यों को उनका हक दें।