क्रूज ड्रग्स केस में बैकफुट पर NCB: ट्रायल के दौरान प्रभावित हो सकता है केस
विजलेंस टीम को पूरी कार्रवाई के दौरान मिली कई खामियां,
क्रूज ड्रग्स केस में स्वतंत्र गवाह रहे प्रभाकर सइल द्वारा 25 करोड़ की रिश्वतखोरी का आरोप लगाने के बाद इस केस में NCB की विजलेंस टीम की एंट्री हो गई है। प्रभाकर ने कुछ स्वतंत्र गवाहों और NCB के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस केस में रिश्वतखोरी के एंगल की जांच कर रही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की विजलेंस टीम को वानखेड़े की टीम द्वारा 2 अक्टूबर को मुंबई तट के पास क्रूज जहाज कॉर्डेलिया पर की गई रेड में कई खामियां मिली हैं।
NCB सूत्रों के अनुसार, कॉर्डेलिया मामले में NCB की गलतियां इस केस को प्रभावित कर सकती हैं। एनसीबी के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व में जांच कर रही 7 सदस्यों की टीम जल्द एनसीबी मुख्यालय को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी।
एक प्राइवेट ऑपरेशन की तरह नजर आ रही है यह कार्रवाई
विजलेंस टीम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, यह एक तरह से प्राइवेट ऑपरेशन(बाहरी लोगों की रेड) जैसा लग रहा है। जिस तरह से इस केस में पंचों (विटनेस) को फ्री हैंड दिया गया, इससे NCB के आलाधिकारी खुश नहीं है। इस केस में शामिल स्वतंत्र गवाहों को मिली छूट यह साबित करती है कि वे NCB के कुछ अधिकारियों को बहुत अच्छी तरह से जानते थे। साथ ही पहले भी कई रेड में शामिल रह चुके थे। नवाब मलिक ने इन गवाहों को NCB की प्राइवेट आर्मी का नाम दिया है। इनपर वसूली के खेल में लिप्त रहने का भी आरोप है।
प्रभाकर की यह तस्वीर मंगलवार की है। वे विजलेंस टीम के सामने अपने वकील के साथ पेश हुए थे।
NCB का अधिकारी बता कुछ गवाहों ने पैसे वसूलने का प्रयास किया
विजलेंस जांच में सामने आया है कि इस रेड में शामिल कुछ स्वतंत्र गवाहों ने खुद को NCB का अधिकारी दिखाने का प्रयास कर शाहरुख खान के स्टाफ से पैसे वसूलने का काम किया। इसमें किरण गोसावी प्रमुख था। इसके अलावा कुछ अन्य गवाह भी विजलेंस टीम की रडार पर हैं।
गलत ढंग से हुई जांच से प्रभावित होगी आगे की कार्रवाई
NCB की विजलेंस टीम से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि जिस तरह इस केस को हेंडल किया गया और लापरवाही बरती गई, इससे क्रूज ड्रग्स केस की जांच भी प्रभावित होगी। इस पूरे केस में रेड के बाद सीजर गलत ढंग से किया गया। बाहरी लोग जब्त माल को छूते रहे, जबकि इसे NCB के अधिकारीयों को सीलबंद करना था।
गवाहों के बयान दर्ज करने में भी हुई खामियां
इस केस में FIR लिखने में भी हुई देरी कई सवाल खड़े करती है। गवाहों के बयान भी गलत ढंग से लिए गए। प्रभाकर सइल समेत कई स्वतंत्रत गवाहों ने यह आरोप भी लगाया है कि NCB के अधिकारियों ने उनसे कोरे कागज पर सिग्नेचर लिए थे।
अदालत में बैकफुट पर आ सकती है NCB
NCB सूत्रों की माने तो अरेस्ट मेमो भी एनडीपीएस एक्ट के तहत तैयार नहीं हुआ है। छापेमारी का समय से लेकर, क्रूज लाइनर पर क्या-क्या हुआ इसकी डिटेल भी सही ढंग से नहीं दर्ज की गई। छापेमारी के दौरान वास्तव में क्या हुआ था, आरोपी को कैसे और कब हिरासत में लिया गया था, इसका विवरण स्वतंत्र गवाहों के बयान में अलग-अलग है। NCB के एक अधिकारी के मुताबिक,’ अगर इस तरह की खामिया ट्रायल के दौरान अदालत में जाती हैं तो यह मुकदमे को प्रभावित कर सकती हैं।
केपी गोसावी और पूजा डडलानी से भी होगी पूछताछ
स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सइल से मंगलवार और गुरुवार को पूछताछ हुई है। विजिलेंस टीम उसका 16 घंटे से ज्यादा का बयान दर्ज कर चुकी है। प्रभाकर का बयान ऑन कैमरा लिया जा रहा है। उसका बयान इस केस में महत्वपूर्ण है। विजलेंस टीम ने इसी मामलें में जांच के लिए शाहरुख़ खान की मैनेजर पूजा डडलानी को भी बुलाया है, लेकिन वे तबियत खराब होने की बात कर पूछताछ से बच रही हैं। एनसीबी के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि इस मामले के मुख्य आरोपी किरण गोसावी से पूछताछ के लिए वे जल्द अदालत से अनुमति लेंगे। फिलहाल वह पुणे पुलिस की कस्टडी में है। 2018 के धोखाधड़ी के एक मामले में उसे गिरफ्तार किया गया है।
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