नेवी चीफ ने अरब सागर में देखी नौसेना की युद्ध क्षमता
नई दिल्ली। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने गुरुवार को भारतीय नौसेना के प्रमुख लड़ाकू विमानों की परिचालन तैयारी और युद्ध-तत्परता की समीक्षा की। उन्होंने नौसेना कर्मियों के साथ बातचीत के दौरान अपनी युद्ध-लड़ने की क्षमताओं को तेज करने के लिए निर्देश दिए। नौसेना प्रमुख के सामने अरब सागर में किया गया युद्ध परिदृश्य का प्रदर्शन किया गया। युद्धपोत विक्रमादित्य पर नौसैनिकों को संबोधित करके उन्होंने युद्ध लड़ने की क्षमताओं को और तेज करने के निर्देश दिए। भारतीय नौसेना प्रमुख ने गोलीबारी अभ्यास, परिचालन तत्परता, ऑपरेशन लॉजिस्टिक्स की देखभाल करने, मरम्मत और रखरखाव के प्रमुख मुद्दों पर जोर दिया।
एडमिरल करमबीर सिंह वेस्टर्न नेवल कमांड के कमांडिंग-इन-चीफ, वाइस एडमिरल अजीत कुमार के साथ करवार नेवल बेस पर पहुंचे। उन्होंने साइबर-सुरक्षा के पहलुओं को दोहराते हुए आतंकवादी हमलों के खिलाफ असीमित युद्ध और सभी कर्मियों को उच्चतम स्तर की सतर्कता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। अरब सागर में कारवार नौसैनिक अड्डे पर भारतीय नौसेना प्रमुख के लिए एक वास्तविक समय के युद्ध परिदृश्य का प्रदर्शन किया गया। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कैरियर बैरियर ग्रुप को भी देखा जिसमें विक्रमादित्य, विध्वंसक, फ्रिगेट, कोरवेट, बेड़े का समर्थन जहाज और अभिन्न स्विंग-रोल फाइटर्स और हेलीकॉप्टर शामिल थे।
भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने हथियारों की फायरिंग, एयर-टू-एयर कॉम्बैट ऑपरेशन, पनडुब्बी रोधी अभ्यास और बेड़े में युद्धाभ्यास का निरीक्षण किया। नौसेना की परिचालन तैयारियों की पूरी समीक्षा के एक हिस्से के रूप में विक्रमादित्य पर सवार होकर उन्होंने बेड़े की हवाई रक्षा और हमले के लिए कैरियर बैटल ग्रुप की क्षमताओं को देखा। विक्रमादित्य से नौसैनिकों को संबोधित करते हुए एडमिरल करमबीर सिंह ने कोविड की चुनौतियों के बावजूद संचालन को बनाए रखने के लिए उनकी सराहना की।