Navjot सिंह सिद्धू: क्या BJP में शामिल होंगे?
Navjot सिंह सिद्धू की राजनीतिक स्थिति काफी हद तक कमजोर हो गई है। सिद्धू, जो पहले पंजाब के मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी रहे हैं
राजनीतिक पृष्ठभूमि
रोड रेज मामले में जेल से रिहा होने के बाद Navjot सिंह सिद्धू की राजनीतिक स्थिति काफी हद तक कमजोर हो गई है। सिद्धू, जो पहले पंजाब के मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी रहे हैं, अब राजनीतिक गलियारों से दूर हैं। उनकी पत्नी, डॉ. नवजोत कौर, ने हाल ही में भाजपा नेता तरनजीत सिंह संधू से मुलाकात की, जिससे सिद्धू के भविष्य के राजनीतिक कदमों पर चर्चा बढ़ गई है।
डॉ. नवजोत कौर की मुलाकात
डॉ. Navjot कौर ने अमृतसर में तरनजीत सिंह संधू के आवास पर उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात में सिद्धू दंपती की बेटी राबिया सिद्धू भी मौजूद थीं। यह मुलाकात राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू भाजपा में शामिल हो सकते हैं। तरनजीत सिंह संधू भाजपा के सक्रिय नेताओं में से एक हैं, और उनकी सिद्धू परिवार के साथ बैठक को राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है।
भाजपा में संभावित शामिल होने की चर्चाएं
इस मुलाकात के बाद राजनीतिक हलकों में सिद्धू के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। भाजपा ने पहले भी सिद्धू के प्रति सकारात्मक संकेत दिए हैं, और इस मुलाकात ने उन चर्चाओं को और बल दिया है। हालांकि, सिद्धू ने अभी तक किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन उनकी स्थिति को लेकर कयासों का बाजार गर्म है।
सिद्धू का राजनीतिक भविष्य
Navjot सिंह सिद्धू का राजनीतिक भविष्य अब अनिश्चितता में है। जेल से रिहाई के बाद उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। ऐसे में भाजपा में शामिल होने का फैसला उनके लिए एक नया अवसर हो सकता है। भाजपा में शामिल होने से सिद्धू को एक नई पहचान और राजनीतिक मंच मिल सकता है, जो उन्हें अपने करियर को पुनर्जीवित करने में मदद कर सकता है।
Chhath Puja विवाद: आयोजन को लेकर बढ़ी गहमागहमी
Navjot सिंह सिद्धू की पत्नी और बेटी द्वारा भाजपा नेता तरनजीत सिंह संधू से की गई मुलाकात ने राजनीति में नए सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन इस मुलाकात ने सिद्धू के भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं को एक नई दिशा दी है। यह देखना होगा कि सिद्धू अपने राजनीतिक भविष्य के लिए कौन सा कदम उठाते हैं और क्या वे भाजपा के साथ जुड़ने का फैसला करते हैं।