विस चुनाव में हार के बाद एक्शन मोड में सोनिया गांधी, 5 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष से मांगा इस्तीफ़ा
विस चुनाव में हार के बाद 5 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष से मांगा इस्तीफ़ा, नवजोत सिद्धू की बढ़ी मुश्किल
नई दिल्ली: यूपी समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में हुई करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एक्शन मोड में दिखाई दे रही हैं. जिसके बाद सोनिया गांधी ने राज्य के पार्टी प्रमुखों को इस्तीफा देने के निर्देश दिए हैं. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पीसीसी अध्यक्षों से कहा है कि वे पीसीसी के पुनर्गठन के लिए अपना इस्तीफा दें.”
सोनिया गांधी ने पार्टी प्रमुखों को इस्तीफा देने की कही बात
यूपी विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा दिल्ली में एक बैठक कर रही हैं. राजनीति में शामिल होने के तुरंत बाद प्रियंका गांधी को यूपी का प्रभारी बना दिया गया था और उन्हें यूपी में पार्टी के स्तर को ऊपर उठाने का काम सौंपा गया. प्रियंका गांधी के यूपी में चलाए गए हाई वोल्टेज अभियान “लड़की हूं लड़ सकती हूं” के बावजूद, 4 साल के बाद, पार्टी राज्य में महज दो सीटें हासिल करने में सफल रही. 2017 में कांग्रेस को 7 सीटें जीतने में सफलता मिली थी. 2 सीटों के साथ ही पार्टी का वोट शेयर घटकर मात्र 2.5 प्रतिशत रह गया है.
यूपी प्रभारी कांग्रेस महासचिव दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित पार्टी के वॉर रूम में पार्टी के शीर्ष राज्य के नेताओं के साथ एक बैठक कर रही हैं. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के 2 दिन बाद हो रही है. रविवार को 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली की हार की समीक्षा करने के लिए हुई कार्यसमिति की बैठक में प्रियंका ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी.
सोनिया ने कार्यसमिति के सामने की थी इस्तीफे की पेशकश
बैठक में प्रियंका गांधी की मां व पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने करारी हार को देखते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया और संसद के चालू बजट सत्र के बाद पार्टी के आंतरिक चुनावों की तैयारी करने का निर्णय लिया गया.
कांग्रेस 1989 के बाद से यूपी की सत्ता में वापसी नहीं कर सकी है और वर्षों से, यह राज्य में लगातार जमीन खोती जा रही है. 2019 के आम चुनावों में, राहुल गांधी अपने पारिवारिक गढ़ अमेठी में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी से हार गए थे.