चंडीगढ़ : राहुल के निर्देश पर नवजोत सिद्धू कांग्रेस का झंडा पकड़ने को तैयार
चंडीगढ़। आखिरकार पूर्व मंत्री और पंजाब से कांग्रेस के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस का झंडा पकड़ने के लिए मान गए हैं। राहुल गांधी के निर्देशों पर नवजोत को मनाने के लिए पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत अमृतसर में सिद्धू के निवास पर गए और उन्हें मनाने के प्रयास किया, जिसमें वह सफल हो गए। चंद रोज़ पहले कृषि कानूनों के खिलाफ नवजोत सिंह सिद्धू ने रोष प्रदर्शन किया तो उसमें उनके या उनके समर्थकों के हाथ में कांग्रेस का झंडा नहीं बल्कि काले झंडे थे।
साल भर पहले पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्रिमंडल फेर बदल के आधार पर सिद्धू को उनका मंत्रालय बदल दिया था, जिससे सिद्धू खफा हो गए और नए और कम प्रभाव वाले विभाग को स्वीकार करने की बजाय उन्होंने पद त्यागना बेहतर माना। उसके बाद से सिद्धू ने कांग्रेस से भी किनारा कर लिया था। कांग्रेस में स्टार प्रचारक रहे सिद्धू को कांग्रेस हाई कमान से भी भाव नहीं मिला। राहुल के रहते उनकी बात सुनी जाती थी जबकि कैप्टन अमरिंदर को सोनिया गांधी की गुड बुक में माना जाता है।
अब पंजाब में कांग्रेस कृषि कानूनों के खिलाफ उत्पन्न रोष से फायदा लेने के इरादे में है और इसी के चलते राहुल गांधी 3 से 5 अक्टूबर के लिए पंजाब में विरोध प्रदर्शनों के लिए आ रहे हैं। इसके लिए राहुल ने सिद्धू को मनाने के लिए पंजाब कांग्रेस को निर्देश दिए। इसी क्रम में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कल देर शाम सिद्धू से मुलाकात की और उन्हें मनाने में कामयाब रहे। रावत के अनुसार कैप्टन और सिद्धू की एक जफ्फी से सारा मामला सुलट जाएगा परन्तु सिद्धू ने एक बार फिर से कहा है कि वे सोनिया गांधी, राहुल गांधी की कांग्रेस में है। उल्लेखनीय है कि अतीत में भी सिद्धू के ये कहने से विवाद पनपा था कि उनके कैप्टन तो राहुल गांधी हैं, कैप्टन अमरिंदर सिंह नहीं।