कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए नवी मुंबई और ठाणे ने की ये बड़ी तैयारी
मुंबई. कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से देश का एक बड़ा हिस्सा गंभीर रूप से प्रभावित है. कुछ विशेषज्ञ इस (Third Wave of Covid-19 Pandemic) को लेकर भी आगाह कर रहे हैं. हालांकि, तीसरी लहर कब आएगी; इसके बारे में सटीक रूप से अभी कुछ नहीं कहा जा रहा है. वहीं, कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस की पहले की दो लहरों से ज्यादा खतरनाक होगी. कोरोना की तीसरी लहर बच्चों पर भी असर डालेगी. ऐसे में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर झेल रहे महाराष्ट्र ने तीसरी लहर से निपटने की तैयारी भी कर ली है. राज्य के दो इलाकों नवी मुंबई और ठाणे में अभी से स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई बड़े कदम उठाए गए हैं.
कोरोना वायरस की तीसरी लहर की चेतावनी से चिंतित ठाणे और नवी मुंबई के नगर निगमों ने टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिए स्वतंत्र रूप से टीके खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किए हैं. टीकों की संख्या बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के फ्लोटिंग एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) के जरिए 50 लाख टीके खरीदने के काफी करीब है.
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, जहां ठाणे नागरिक निकाय आने वाले दिनों में पांच लाख वैक्सीन की खुराक खरीदने की तैयारी में है. वहीं, नवी मुंबई नगर निगम (NMMC) कोविड टीकों की कम से कम चार लाख खुराक सीधे निर्माताओं से खरीदना चाहता है. बता दें कि World.India ने लगभग 960 करोड़ पात्र नागरिकों के लिए टीकाकरण की शुरुआत की है.
जनवरी और मई 2021 के बीच भारत ने दो स्वीकृत टीकों ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (भारत में ये कोविशील्ड नाम से उतारी गई है) और कोवैक्सीन की लगभग 350 करोड़ खुराक खरीदीं. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2 डॉलर प्रति खुराक पर ये दोनों वैक्सीन दुनिया में सबसे सस्ती थीं, लेकिन भारत में इनकी मात्रा 20% आबादी को भी टीका लगाने के लिए पर्याप्त नहीं थी.
डॉ. रेड्डीज लैब्स के साथ समझौता करने के बाद जल्द ही रूस की स्पूतनिक-V वैक्सीन भी लोगों को मिलने लगेगी. बीते रविवार को स्पूतनिक के 60,000 खुराकों वाला दूसरा बैच दिल्ली के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गया. भारत में इस वैक्सीन की कीमत 948 रुपये है, जिसमें प्रति खुराक पांच प्रतिशत जीएसटी (खुदरा मूल्य) लगाया गया है.
वहीं, ठाणे में रविवार को कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा ने संरक्षक मंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देशों के बाद कई घोषणा की. उन्होंने न सिर्फ शहर बल्कि पूरे जिले में टीकाकरण अभियान को व्यापक बनाने की जरूरत पर जोर दिया.