जीतू के हनुमान भक्त वाले ट्वीट पर नरोत्तम का पलटवार, कहा- हनुमान जी ही तय करेंगे किसका मंगल होगा
भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर भगवान हनुमान की एंट्री हो गई है। मंगलवार को आयोग द्वारा तारीख का ऐलान करने के बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हनुमान भक्त कमलनाथ को मिला वरदान। मंगलवार को चुनाव की घोषणा हुई, मंगलवार, 3 नवंबर को वोटिंग होगी और मंगलवार 10 नवंबर को काउंटिंग होगी। हनुमान लला की जय। जीतू के इस ट्वीट पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जीतू के हनुमान भक्त वाले ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि हनुमान भक्त हम भी हैं। हनुमान जी ही तय करेंगे किसका मंगल होगा। जनता सब समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि वे (विपक्ष) खुद भी कह चुके हैं कि जनता उन्हें जानती है। हम भी कहते हैं यह पब्लिक है सब जानती है। पूर्व सीएम कमलनाथ के जीत के दावे पर तंज कसते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी को समझना चाहिए कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। जनता सबको जानती और समझती है। ये बात उन्हें 10 नवंबर को उपचुनाव के नतीजों से समझ आ जाएगी। उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी रणनीति विकास की है और विकास के मुद्दे पर ही जनता हमें चुनाव में विजय श्री देगी झूठ बोलने वालों को नहीं।
अतिथि शिक्षकों के मामले में कांग्रेस घडिय़ाली आँसू बहा रही
अतिथि शिक्षकों के मामले में कांग्रेस के आरोपों पर निशाना साधते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि अब वो लोग घडिय़ाली आँसू बहा रहे हैं जिन्होंने वचनपत्र में वादा करने के बाद भी पूरा नहीं किया। कांग्रेस इस बात का जवाब दे कि 15 महीने सरकार में रहने के बाद भी उसने अतिथि शिक्षकों के लिए क्यों कुछ नहीं किया। कुछ तो करते दो कदम तो चलते।
मास्क ही कोरोना से बचाव का इलाज
इस दौरान कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर मंत्री मिश्रा ने कहा कि मास्क ही कोरोना से बचाव का इलाज है। हमें केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए और सावधानियां रखना चाहिए। देश में कोरोना के सक्रिय मरीज बढऩे की दर घट रही है। यह राहत का संकेत है, लेकिन अभी कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाना ही सबसे बड़ी सावधानी है। सभी लोगों को कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन गंभीरता से करना चाहिए।