जल्दी ही चमचमा जाएगी उत्तराखंड की नैनी झील, ये रहा प्लान
उत्तराखंड की नैनीझील जल्द ही पहले की तरह पानी से भरी, साफ़ और सुन्दर हो जाएगी। नैनीझील में गिरने वाले 62 नालों के ट्रीटमेंट का काम जल्द ही शुरु होने जा रहा है। लोक निर्माण विभाग द्वारा मांगे गए बजट पर मंज़ूरी मिलने के बाद अब नैनी झील के पुनर्जीवन की उम्मीद जागी है। इससे कई सालों से दुर्गति में चल रहे नालो का पुनर्निर्माण किया जा सकेगा।
नैनी झील और नालों के रखरखाव का जिम्मा 2017 में सिंचाई विभाग को दिया गया था। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरीश चंद्र सिंह बताते हैं कि 7 करोड़ रुपये के कुल बजट में से 40 प्रतिशत की स्वीकृत मिली है। इनसे नालों के रखरखाव का काम शुरु कर दिया जाएगा। बरसात ख़त्म होते ही काम शुरु कर दिया जाएगा। नालों की दीवारों के निर्माण के साथ ही सिंचाई विभाग नालों के ऊपर जाली लगाने की भी तैयारी में है। इससे लोग इनमें कूड़ा डालकर गन्दा नहीं कर सकेंगे। इन नालों का ट्रीटमेंट हो जाने के बाद नैनी झील में बारिश और प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी ज़्यादा मात्रा में आएगा।
नैनीझील की धमनियां हैं नाले
गौरतलब है कि नैनीझील के लिए शहर में बने 62 नाले धमनियों का काम करते हैं। इन नालों की सालों से दुर्दशा होने की वजह से झील के अस्तित्व पर भी संकट मंडराने लगा है। गर्मियों में झील का जलस्तर हर साल गिरता जा रहा है। वहीँ पूरे नैनीताल का अस्तित्व नैनी झील पर ही निर्भर है। इसलिए 2014 में लोक निर्माण विभाग ने इन नालों को सुधारने के लिए शासन से बजट की मांग की थी। 5 साल बाद बजट को स्वीकृति मिली है। इससे नैनीझील में गिरने वाले नालों को रिपेयर करने और अन्य कार्य होने की उम्मीद जगी है। इससे झील का जलस्तर भी बढ़ने की उम्मीद है।