नागालैंड सरकार ने कुत्तों के मांस कि बिक्री पर लगाया बैन, अब नागालैंड में नहीं बिकेगा कुत्ते का मांस
नागालैंड सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में कुत्ते और उसके मांस के आयात और बिक्री पर बैन लगा दिया है। बीते कुछ समय से कुत्तों के मांस की बिक्री पर पाबंदी लगाने को लेकर लगातार कुछ संगठन आवाज उठा रहे थे जिसके बाद सरकार नहीं है बड़ा कदम उठाया है। बता दें कि नागालैंड में कुत्ते का मांस बहुत प्रचलित था। लोग इसे खाया करते थे लेकिन अब नागालैंड सरकार ने इस पर बैन लगा दिया है।
इस मामले पर नागालैंड के मुख्य सचिव तॆम्जॆन टॉय ने बताया कि नागालैंड सरकार ने कुत्तों के कच्चे और पके मांस की बिक्री पर बैन लगा दिया है। इसके अलावा सरकार ने कुत्तों के मांस बेचने वाली मार्केट भी बंद करने का फैसला कर लिया है। यानी जहां कुत्तों का मांस मिला करता था वह मार्केट बीएफ बंद कर दी जाएगी।
बता दे कि नागालैंड सरकार न ने यह बड़ा फैसला फेडरेशन ऑफ इंडियन एनिमल प्रोटक्शन ऑर्गेनाइजेशन की अपील के बाद लिया है। इस बारे में FIAPO के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर वरदा मेहरोत्रा ने बताया कि हाल ही में उस वक्त हमारे होश उड़ गए जब दीमापुर मैं कई कुत्तों को बोरे में बंद करके बेकने के लिए लाए गए थे। उन्हें बेहद क्रूरता के साथ बोरों में बंद कर कसाई खाने ले जाया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि इसके पहले हम कई बार कुत्तों की तस्करी और उनके साथ होने वाली क्रूरता को लेकर आवाज उठाते रहे हैं लेकिन इसके बावजूद चोरी छिपे कुत्तों की तस्करी होती रही। 2016 से हमने सरकार से कुत्तों के मांस की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की थी जिसके बाद अब नागालैंड सरकार ने यह फैसला ले लिया है।
बता दे कि कुत्तों के मांस के लिए उनकी तस्करी होती रही है। आवारा कुत्तों को पकड़कर उनके साथ क्रूर व्यवहार किया जाता है। बता दें कि कुत्तों के मांस की मार्केट सिर्फ नागालैंड में ही नहीं बल्कि असम और पश्चिम बंगाल तक फैल चुकी है। यहां भी लोग कुत्तों के मांस का सेवन करते हैं। खबरों के अनुसार असम में ₹50 में पकड़ा गया कुत्ता नागालैंड के होलसेल मास मार्केट में हजार रुपए तक में बिकता है।
नागालैंड में तो कुत्तों की मांस की बिक्री ₹200 प्रति किलो तक होती थी। यानी कि एक कुत्ते पर यहां लोग ₹2000 तक कमा लेते हैं। इस वजह से कुत्तों की तस्करी बड़े पैमाने पर होने लगी थी। हालांकि अब सरकार ने कुत्तों के मांस की बिक्री पर और आयात पर पूरी तरह बैन लगा दिया है।