शिवसेना के कांग्रेस के साथ आते ही घर में मची कलह, शुरू हुए इस्तीफे
मुख्यमंत्री पद से देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे के बाद शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे को सीएम पद के लिए अपना नेता चुना है | बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला किया है | कांग्रेस और एनसीपी की विचारधारा शिवसेना से बिल्कुल भी मेल नहीं खाती है | इसलिए शुरू से ही ये सवाल उठ रहा था कि क्या तीनों ही पार्टियों के कार्यकर्ता एक साथ मिलकर इस सरकार को स्वीकार कर पाएंगे | लेकिन अब विरोध के स्वर उठने लगे हैं | शिवसेना आईटी सेल के सदस्य रमेश सोलंकी ने इस्तीफा दे दिया है | इसकी वजह उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन को बताया है |
रमेश सोलंकी ने ट्विटर पोस्ट में ये लिखा
अपने ट्विटर पोस्ट में रमेश सोलंकी ने लिखा है कि उनकी अंतरात्मा कांग्रेस के साथ काम करने की अनुमति नहीं देती है | मैं बीवीएस / युवासेना में अपने सम्मानित पद से इस्तीफा दे रहा हूं | मुझे मुंबई, महाराष्ट्र और हिंदुस्तान के लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे का शुक्रिया |
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की राजनीति के हीरो बनकर उभरे
बता दें कि महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे का दी एंड होते ही, शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की राजनीति के हीरो बनकर उभरे हैं | 20 साल बाद शिवसेना से कोई सीएम की कुर्सी पर बैठेगा | इससे भी अहम बात ये है कि पहली बार ठाकरे परिवार को कोई सदस्य राज्य की कमान संभालेगा | शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे | 28 नवंबर को शाम पांच बजे से शपथ ग्रहण का ये समारोह शुरू हो जाएगा |