Elections नतीजों से MVA असहमत, कांग्रेस-शिवसेना (उद्धव गुट) EVM-VVPAT के खिलाफ करेंगे प्रदर्शन
Elections में महा विकास अघाड़ी (MVA) को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है, और इस हार को लेकर पार्टी के नेता अपनी असहमति जाहिर कर रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा Elections में महा विकास अघाड़ी (MVA) को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है, और इस हार को लेकर पार्टी के नेता अपनी असहमति जाहिर कर रहे हैं। MVA के दलों, खासकर कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) के नेताओं का कहना है कि चुनाव परिणामों में असमानता और अनियमितता को लेकर उन्होंने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और वीवीपैट (वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) यूनिट्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। विपक्षी दल अब ईवीएम और वीवीपैट के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
उद्धव ठाकरे और MVA नेताओं की बैठक
Elections उद्धव ठाकरे और MVA के अन्य नेताओं ने हाल ही में एक बैठक की, जिसमें उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि महाराष्ट्र चुनाव में हुई हार को लेकर ईवीएम और वीवीपैट के मिलान की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए जाएं। ठाकरे ने अपने उम्मीदवारों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में ईवीएम और वीवीपैट यूनिट से वोटों का मिलान कराने के लिए स्थानीय चुनाव अधिकारियों से संपर्क करें। ठाकरे का कहना है कि चुनाव के नतीजे ईवीएम की वजह से प्रभावित हो सकते हैं, और इसकी जांच की जानी चाहिए।
EVM-VVPAT पर सवाल उठाने का राजनीतिक कारण
MVA के नेताओं का कहना है कि चुनाव परिणाम उनके पक्ष में नहीं थे, जबकि उन्हें उम्मीद थी कि वे जीत सकते हैं। उनका आरोप है कि ईवीएम और वीवीपैट के माध्यम से छेड़छाड़ हो सकती है, जिससे Elections परिणामों में धांधली हो सकती है। हालाँकि, चुनाव आयोग और कई विशेषज्ञ ईवीएम को एक सुरक्षित और पारदर्शी तरीका मानते हैं, लेकिन MVA इसे लगातार अपनी हार का कारण मान रहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन की योजना
कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना ने अब इस मुद्दे को लेकर एक राष्ट्रीय विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। उनका मानना है कि पूरे देश में ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जाने चाहिए, और इसके खिलाफ संघर्ष किया जाना चाहिए। इसके लिए पार्टी नेता अब कई राज्य और जिला स्तर पर भी प्रदर्शन करेंगे, ताकि लोगों में जागरूकता फैलाई जा सके और ईवीएम पर उठाए गए सवालों का समाधान मिल सके।
विधानसभा चुनावों में हार का राजनीतिक असर
Elections MVA के लिए यह हार एक बड़ा झटका था, क्योंकि पार्टी ने चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद जताई थी। हालांकि, विपक्ष की तरफ से लगातार आरोप लग रहे हैं कि चुनावों में वोटों के सही तरीके से गिनती नहीं की गई, और ईवीएम की वजह से उनकी हार हुई। अब MVA ने तय किया है कि वह इन आरोपों के खिलाफ आवाज उठाएगा और इसके लिए जनता का समर्थन जुटाने की कोशिश करेगा।
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Elections MVA के नेताओं द्वारा ईवीएम और वीवीपैट पर उठाए गए सवाल चुनाव प्रक्रिया पर विवाद का कारण बने हैं। पार्टी अब अपनी हार के कारणों की जांच करने और राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रही है। हालांकि, चुनाव आयोग और विशेषज्ञों का मानना है कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित और विश्वसनीय हैं, लेकिन विपक्ष का कहना है कि इस मामले में और जांच की जरूरत है।