मुजफ्फरनगर : कृषि बिल के विरोध में बीकेयू ने किया धरना प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि बिल देश की दोनों सदनों में पास होने के बाद इन बिलों के विरोध में किसान सरकार के खिलाफ दो दो हाथ करने के मूड में आ गए हैं जिसके चलते देशभर में किसान के बिलों का विरोध कर रहे हैं इसी के चलते भारतीय किसान यूनियन ने कृषि बिलों के विरोध में अपना झंडा उठा लिया है। जिसके चलते जनपद मुजफ्फरनगर में सोमवार को भाकियू ने कृषि बिल के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया बल्कि भारतीय किसान यूनियन का ये प्रदर्शन पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया गया।
मुजफ्फरनगर में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार बहुमत के नशे में चूर है जिसमे देश की संसद के इतिहास में पहली दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि जो अन्नदाता से जुड़े तीन कृषि विधेयकों को पारित करते समय न तो कोई चर्चा की और न ही इस पर किसी सांसद को सवाल करने का अधिकार दिया गया राकेश टिकैत ने कहा कि अगर देश के सांसदों को सवाल पूछने का अधिकार नहीं है तो मोदी जी देश के लिए महामारी के समय नई संसद बनाकर जनता की कमाई का 900 करोड रूपया क्यों बर्बाद कर रहे हैं। आज देश की सरकार पीछे के रास्ते से किसानों के समर्थन मूल्य का अधिकार छीनना चाहती है, जिससे देश का किसान बर्बाद हो जायेगा।
राकेश टिकैत का आरोप है कि मंडी के बाहर खरीद पर कोई शुल्क न होने से देश की मंडी व्यवस्था समाप्त हो जायेगी सरकार धीरे-धीरे फसल खरीदी से हाथ खींच लेगी किसान को बाजार के हवाले छोड़कर देश की खेती को मजबूत नहीं किया जा सकता इसके परिणाम पूर्व में भी विश्व व्यापार संगठन के रूप में मिले हैं।
राकेश टिकैत ने चेतावनी दी कि भारतीय किसान यूनियन इस हक की लड़ाई को मजबूती के साथ लड़ेगी सरकार अगर हठधर्मिता पर अडिग है तो किसान भी पीछे हटने वाला नहीं है 25 तारीख को पूरे देश का किसान इन बिलों के विरोध में सड़क पर उतरेगा, जब तक कोई समझौता नहीं होगा तब तक पूरे देश का किसान सड़कों पर रहेगा।