गोलियों का शिकार हुए मेरठ के इस अधिवक्ता को बेटियों ने दी मुखाग्नि, आंखें नम हुईं
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक दिल पिघला देने वाला वाकया सामने आया है । शुक्रवार शाम अधिवक्ता मुकेश शर्मा हत्यारों की गोलियों का शिकार हो गए थे । शनिवार को उनके अंतिम संस्कार पर उनकी छह अविवाहित बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी । बता दें कि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है । इस हत्याकांड से नाराज़ वकीलों ने कचहरी में बैठक बुलाई और एसएसपी दफ्तर के बाहर घेराव किया । इस दौरान मौके पर भारी पुलिस दल मौजूद रहा।
मेरठ बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री रामकुमार शर्मा का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने आधा अधूरा खुलासा किया है। जिन्हें नामजद कराया गया है उन्हीं को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने अधिवक्ता के भतीजे और रिश्तेदार को भी जेल भेज दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं किया गया । बता दें कि इस संबंध में मेरठ बार एसोसिएशन और जिला बार एसोसिएशन के तत्वाधान में आपातकालीन बैठक का आयोजन किया जा रहा है।
पुलिस की लापरवाही से हुई हत्या
गौरतलब है कि रामकुमार शर्मा ने डीजीपी और मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर इस मामले की शिकायत की है। उन्होंने लिखा है कि हत्याकांड में पुलिस-प्रशासन की लापरवाही से हुई है। भूपेंद्र बाफर, तेल माफिया और अन्य लोगों को गलत तरीके से सुरक्षा दी गई। वहीँ दूसरी तरफ अधिवक्ता मुकेश शर्मा द्वारा जान का खतरा जताते हुए 20 से अधिक बार सुरक्षा मांगने के बावजूद पुलिस-प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया। अधिवक्ता मुकेश शर्मा की हत्या पुलिस-प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई है।
बेटियों ने की सबकी आँखें नम
बता दें कि इस हत्याकांड में पुलिस ने अधिवक्ता के भतीजे समेत चार आरोपियों को जेल भेज दिया था। वहीं नासिर समेत तीन आरोपियों पर दस दस हजार का इनाम घोषित कर दिया गया।वहीँ शनिवार शाम अधिवक्ता मुकेश शर्मा के अंतिम संस्कार ने वहां मौजूद सभी की आंखें नम कर दी जब उनकी छह अविवाहित बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी । बता दें कि स्वर्गीय अधिवक्ता मुकेश शर्मा की 9 बेटियां हैं जिनमे से तीन का विवाह हो चुका है ।