उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध, अब बुलंदशहर में अपहरण कर अधिवक्ता की हत्या का मामला आया सामने
उत्तर प्रदेश में इन दिनों अपराध अपने चरम पर हैं, और अपराधियों को खौफ नहीं, ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का हैं जहां 8 दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी की हत्या कर दी गई, अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी की हत्या खौफनाक तरीके से की गई बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। और उनके शव को आग के हवाले कर खुर्जा इलाके के एक टाइल्स के गोदाम में लगभग आठ फीट गहरे गड्ढे में उसकी जली लाश को दफन कर दिया गया, और बुलंदशहर पुलिस पिछले आठ दिनों से खेतों और जंगलों में अधिवक्ता के लापता के दौरान ड्रोन उड़ा कर अधिवक्ता को तलाशती रही। अधिवक्ता की हत्या के बाद खुर्जा इलाके में तनाव व्याप्त हैं,जिसको देखते हुए भारी पुलिस बल के साथ पीएसी को तैनात किया गया हैं।
अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी बुलंदशहर के खुर्जा कोर्ट में वकालत व (प्रोपर्टी डीलर) का काम करते थे, जो कि बीती 25 जुलाई की रात संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए, अधिवक्ता की लापता की सूचना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा तो मेरठ जोन के आईजी मौके पर आ धमके, आईजी के दौरे की तारीख के बाद 25 जुलाई की रात के बाद से लापता अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी कि बुलंदशहर पुलिस ने सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी, बुलंदशहर पुलिस खेत खलियान से लेकर जंगलों और नहरों में किसी अनहोनी की आस में अधिवक्ता को तलाशती रही, मगर अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी का कोई सुराग नहीं लगा, 31 तारीख की देर रात करीब 12:00 बजे बुलंदशहर के खुर्जा इलाके के पाश एरिया कबाड़ी बाजार में चौकी के ठीक पीछे एक मार्बल टाइल्स के गोदाम में सूचना पर पुलिस ने तलाशी शुरू की तो लापता अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी का शव खुदाई के दौरान लगभग आठ फीट गहरे टैंक में मिला, अधिवक्ता पर धारदार हथियार से वार किए गए थे। और उनके शव की पहचान मिटाने के लिए आग लगा दी गई थी।
खुर्जा में अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी का शव मिलने के बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया मामले की गंभीरता को देखते हुए जनपद भर की पुलिस के साथ पीएसी को तैनात किया गया, पुलिस ने हत्या के आरोप में मार्बल टाइल्स गोदाम मालिक विवेक उर्फ विक्की के साथ उसके दो नौकरों को हिरासत में लिया हैं, पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी पहले दिन से ही पुलिस के साथ लापता अधिवक्ता को तलाशने में मदद कर रहा था, मगर पुलिस को लापता अधिवक्ता का कोई सुराग नहीं लग रहा था।
अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी की हत्या के बाद पुलिस ने भले ही हत्यारोपी और उसके नौकरों को हिरासत में ले लिया हो, पिछले आठ दिनों से अंधेरे में तीर मार तलाश रही थी बुलंदशहर पुलिस पर मुस्तैदी को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं, वह भी ऐसे वक्त में जब उत्तर प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष की तरफ से चौतरफा वार किए जा रहे हो।