मनोज मुंतशिर का जवाब, जानिए गाना चुराने पर क्या कहा
बॉलीवुड के पॉपुलर लिरिसिस्ट मनोज मुंतशिर पर केसरी फिल्म के गाने ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां’ के बोल चुराने के आरोप लगे हैं। इस पर विवाद बढ़ने के बाद मनोज मुंतशिर ने एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा कि इसे मेरी सफाई नहीं, जवाब समझा जाए। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी कोई रचना शत-प्रतिशत ओरिजिनल नहीं है, उन्हें राष्ट्रवादी होने की सजा दी जा रही है।
मेरे गाने शायरी से इंस्पायर्ड- मुंतशिर
मनोज ने अपना ये वीडियो ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है। उन्होंने कहा- “”मेरी कोई रचना शत-प्रतिशत ओरिजिनल नहीं है। मेरे खिलाफ याचिका दायर करें। मुझे माननीय न्यायालय का हर फैसला मंजूर है। तेरी गलियां का अंतरा मोमिन के एक शेर से इंस्पायर्ड था। तेरे संग यारा की पंक्तियां फिराक गोरखपुरी के एक शेर से आती हैं। तेरी मिट्टी अनेकों भाषाओं में ट्रांसलेट हो चुका है, लेकिन शायद ही कहीं मेरा नाम लिखा गया हो। मैं रुकने, झुकने वाला नहीं हूं। मैं सिर्फ अपनी मेहनत और कला के दम पर गौरीगंज की पगडंडियों से सफलता के राजपथ तक पहुंचा हूं।”
मेरा पूरा नाम मनोज मुंतशिर शुक्ला, इस पर गर्व है
उन्होंने आगे कहा- “मुझे राष्ट्रवादी होने की सजा दी जा रही है। मुझे कलंकित करने वाले एक बार ये तय कर लें कि मुझे रोकना आपके लिए असंभव है। देखिए क्या मैंने वहां रॉबर्ट लेवरी का नाम लिया है। आज से इस काम में लग जाइए। मेरा पूरा नाम मनोज मुंतशिर शुक्ला है और मुझे अपने पूरे नाम पर गर्व है।”
इल्जाम साबित हुआ तो लिखना छोड़ दूंगा
इससे पहले मनोज ने कहा था- “इल्जाम साबित होता है तो मैं हमेशा के लिए लिखना छोड़ दूंगा। जो मुझ पर इल्जाम लगा रहे हैं वो कृपया जाकर देख लें कि वो वीडियो हमारी फिल्म केसरी रिलीज होने के कई महीनों बाद अपलोड की गई है। और आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि सिंगर पाकिस्तानी नहीं बल्कि भारतीय फोक सिंगर गीता रबारी हैं। आप उन्हें कॉल करके भी चेक कर सकते हैं।”
अपनी किताब को लेकर भी विवादों में घिरे मुंतशिर
दरअसल मनोज मुंतशिर साल 2018 में आई अपनी बुक ‘मेरी फितरत है मस्ताना’ को लेकर भी विवादों में घिर गए हैं। इस बुक की कविता हूबहू रॉबर्ट जे लेवरी की साल 2007 में आई कविता से मिलती है। एक ट्विटर यूजर ने दो तस्वीरें शेयर कर ये दिखाया कि मनोज मुंतशिर की ‘मुझे कॉल करना’ कविता पूरी तरह से रॉबर्ट की ‘कॉल मी’ का हिंदी ट्रांसलेशन है।
इस पर मनोज ने कहा था, ‘200 पन्नों की किताब और 400 फिल्मी-गैर फिल्मी गाने मिलाकर सिर्फ 4 लाइनें ढूंढ पाए? इतना आलस? और लाइनें ढूंढो, मेरी भी और बाकी राइटर्स की भी। फिर एक साथ फुरसत में जवाब दूंगा।’