मुंबई : उद्धव सरकार ने बदला फडणवीस सरकार का फैसला, कांजुरमार्ग में बनेगा मेट्रो कारशेड
मुंबई। उद्धव सरकार ने पिछली फडणवीस सरकार के उस फैसले को बदल दिया है, जिसमें आरे काॅलोनी में मेट्रो कारशेड बनाने का निर्णय लिया गया था। उद्धव सरकार ने मेट्रो कारशेड के लिए जमीन की वैकल्पिक व्यवस्था कर ली है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घोषणा की है कि पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार ने आरे काॅलोनी की जगह कांजुरमार्ग में सरकारी जमीन पर मेट्रो कारशेड बनाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने आरे काॅलोनी में प्रस्तावित मेट्रो कारशेड के खिलाफ आंदोलन करनेवाले सभी पर्यावरण प्रेमियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की घोषणा भी की है। मुख्यमंत्री ने रविवार को आॅनलाइन प्रणाली के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचा कर प्रगति स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि शून्य रुपए खर्च करके कारशेड के लिए भूमि का अधिग्रहण किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेट्रो 3 और 6 लाइनों के एकीकरण के साथ, सार्वजनिक धन का एक पैसा भी बर्बाद नहीं होगा। सरकार ने आरे काॅलोनी की 800 एकड़ जमीन को जंगल के रूप में आरक्षित करने का फैसला किया है। ऐसा करने के लिए सरकार ने आदिवासियों और तबेले के अस्तित्व को खतरे में डाले बिना संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से सटी इस जमीन को आरक्षित वन भूमि घोषित करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि आरे में मेट्रो कारशेड के लिए निर्मित इमारत का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। इमारत निर्माण के लिए खर्च किया गया धन बर्बाद नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना की स्थिति पर जानकारी देते हुए बताया कि सूबे में अब तक 449 कोरोना परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं। राज्य में 15 लाख 17 हजार 734 कोरोना रोगियों में से 12 लाख 55 हजार 779 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। दुर्भाग्य से राज्य में 40 हजार मौतें हुईं हैं। वर्तमान में राज्य में लगभग 25,000 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 70 से 80 प्रतिशत रोगियों में कोरोना के हल्के लक्षण पाए जा रहे हैं।