मुंबई BMW मामला: आरोपी मिहिर शाह ने किया जुर्म का स्वीकृति, दुर्घटना के समय चला रहा था BMW कार
अनदेखी में फंसा BMW: महिला के टायर में फंसी थी लेकिन आरोपी ने बिना रुके गाड़ी चलाना जारी रखा
- मुंबई BMW मामला में मिहिर शाह ने पुलिस के सामने गुनाह का स्वीकार किया।
मिहिर शाह, जिन्हें मुंबई के एक प्रमुख समुद्रतटीय इलाके में वसंत विहार में आत्मीयता के राज्य से जोड़ा गया है, ने पुलिस और कोर्ट के सामने अपने अपराधों की स्वीकृति की। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अपनी बीएमडब्ल्यू कार से रोड एक्सिडेंट के समय वहां मौजूद गुजर रहे लोगों की सलाह को नजरअंदाज़ करते हुए गाड़ी चलाते रहे।
उन्होंने कहा, “वह अवस्था मेरे लिए काफी अजीब थी। वह एक हादसे के बाद उत्पन्न हुई थी और मैंने सोचा कि गाड़ी रुकाने से बेहतर है कि मैं चलाता रहूँ।” इसके बाद भी, पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया।
- हादसे के दो दिन बाद पुलिस ने मिहिर को गिरफ्तार किया।
मिहिर शाह, एक सफल व्यापारी और समाज के लिए जाने जाते थे, उस दिन सुबह कार से अपने ऑफिस के लिए निकले थे। वे अपनी BMW में धीरे-धीरे सड़क पर चल रहे थे जब अचानक एक अपघात हो गया। उनकी कार के एक टायर में फंस गया था, लेकिन वे गाड़ी चलाना जारी रखने में लगे रहे।
उस हादसे के बाद, सड़क पर गुजर रहे लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन मिहिर ने उनकी सलाह को नजरअंदाज़ किया। उन्होंने सोचा कि गाड़ी को रुकाना उनके लिए समय का खोया हुआ होगा।
दो दिनों बाद, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। मिहिर को पुलिस स्टेशन में ले जाया गया और उसका बयान लिया गया। उसके बयान के बाद, उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे अपराध का स्वीकृति करनी पड़ी।
यह घटना समाज में बहुत बड़ी चर्चा का विषय बनी और इसने सुरक्षा और सावधानी के मामले पर सवाल उठाए। मिहिर के खिलाफ यह मामला कड़ी नजरबंदी और कानूनी कार्रवाई की मांग को उत्तेजित किया।
एक बार की बात है, एक सुबह सड़क पर एक दुर्घटना हो गई जिसने एक बाइक सवार दंपति की जिंदगी में बड़ा परिवर्तन ला दिया।
दंपति शिवांगी और अजय, जो अपनी बाइक पर घर से कार्यालय जा रहे थे, अचानक एक बिग एम डब्ल्यू कार से टक्कर खा गए। इस हादसे में उनकी बाइक को काफी नुकसान पहुंचा। अजय और शिवांगी दोनों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती किया गया।
उनके परिवार को यह समाचार सुनकर बहुत चौंकाया, और वे तत्काल अस्पताल पहुंच गए। चिकित्सकों ने शिवांगी की हालत को निगरानी में लिया और उन्हें चिकित्सा सहायता दी।
पुलिस ने तुरंत घटना की जांच शुरू की और कार चालक को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। उसके बाद, मामला अदालत में चला और न्यायिक जांच के बाद अपराधी को सजा सुनाई गई।
इस घटना ने समाज में सुर्खियां बढ़ाई और लोगों को सड़क सुरक्षा के मामले पर सोचने पर मजबूर किया। यह दंपति के जीवन में एक महत्वपूर्ण सीधा और सकारात्मक परिवर्तन लाया और उन्हें जीवन की मौलिक सत्ता की मूल्यांकना करने का मौका दिया।