बांदा जेल में मुख्तार अब किसी से नहीं मिल सकते: उमर ने कहा- संवैधानिक अधिकारों का हो रहा हनन
पिता से मिलने गए बेटे उमर अंसारी को नहीं मिली इजाजत,
मुख्तार के बेटे उमर को जेल में पिता से मिलने नहीं दिया गया।
बांदा जेल में बंद मऊ सदर से विधायक मुख्तार अंसारी से मिलने गए उनके छोटे बेटे उमर अंसारी को मुलाकात नहीं करने दिया गया है। इस दौरान पुलिस और उमर के बीच काफी देर तक गहमागहमी देखने को मिली। उमर ने जेल प्रशासन पर कई आरोप मढ़े हैं। गौरतलब है कि करीब एक सप्ताह पहले भी उमर अपने वकील के साथ मुलाकात करने गए थे। तब जेल प्रशासन ने वकील को अंदर नहीं जाने दिया था। उमर के मुताबिक जेल में बंद अपने विधायक पिता से वह मुलाकात करने गए थे। उन्हें व्यक्तिगत सामान देने के साथ ही कुछ कानूनी प्रक्रियाओं से संबंधित जानकारी भी लेनी थी। उन्होंने बताया कि उन्हें सुबह 10:30 बजे का समय दिया गया था। वह अपने वकील अनिमेष मित्र शुक्ला के साथ सुबह 10 बजे ही पहुंच गए थे। जहां पर नियमों के मुताबिक उन्होंने मिलने की पर्ची भी बनवा ली थी। जब वह अंदर जाने लगे तो वहां गेट पर ही उन्हें वहां तैनात इंस्पेक्टर बीबी सिंह ने रोक लिया।
उमर ने बताया कि उन्होंने अपनी पूरी बात रखी लेकिन कहा गया कि जेल इंचार्ज से अनुमति मिलने के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा। उसके बाद जेल प्रशासन के लोग भी आए और अंदर जाने का कारण पूछा गया। उन्होंने बताया कि वह अपने पिता से हालचाल लेने आए हैं और कुछ जरूरी सामान हैं, वह देना है। साथ ही वकील के साथ कुछ कानूनी प्रक्रियाओं से संबंधित बात भी करनी है। जिसके बाद जेल इंचार्ज ने उन्हें मिलने से मना कर दिया। काफी देर गहमागहमी के बाद उन्हें अंदर जाने भी दिया गया तो कहा गया कि समय बीत चुका है। जिस पर उमर ने कहा कि वह सुबह तय समय से आ गए थे। यहां पर आने के बाद सारी प्रक्रियाएं भी करा ली थीं। उसके बाद भी उन्हें रोक दिया गया तो इसमें उनकी गलती क्या है। इन सारी दलीलों के बाद भी उमर को अंदर नहीं जाने दिया गया और वहां से बैरंग वापस लौटा दिया गया।
उमर बोले: संवैधानिक अधिकारों का हनन
उमर अंसारी ने जेल प्रशासन पर संवैधानिक अधिकारों के हनन का आरोप लगाया है। उमर अंसारी ने कहा कि एक बेटे को पिता से मिलने नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन को यह बताना चाहिए कि किस नियम के तहत उन्हें रोका गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिता मुख्तार के खिलाफ लगातार साजिश की जा रही है। पहले वकील को रोका गया था अब उनको भी नहीं मिलने दिया गया है। उमर अंसारी ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है। पिता पर कोई भी आरोप साबित नहीं हुआ है।
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