मुख्तार अंसारी का करीबी जुगनू पुलिस की गिरफ्त में
माफिया मुख्तार अंसारी को अदालत द्वारा 10 साल की सज़ा में भेजे जाने के बाद भी उसके गिरोह से उत्तरप्रदेश पुलिस की नज़र नहीहट रही है। उत्तरप्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने अब माफिया के एक और गुर्गे को अपनी गिरफ्त में लेलिया है। यूपी स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने माफिया मुख्तार अंसारी के सबसे करीबी जुगनू वालिया उर्फ़ हरविंदर को पंजाब से अपनी गिरफ्त में ले लिया है। उस पर लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र स्थित चंदनगर इलाके में एक रेस्टोरेंट मालिक रोमी की हत्या का आरोप है। जुगनू वालिया उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय से जारी माफियाओं की सूची में सूचीबद्ध इनामी अपराधी है। उसके खिलाफ आलमबाग, मानकनगर, हजरतगंज सहित कई थानों में 20 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस ने साल 2020 और 2022 में उसकी ढाई करोड़ से अधिक की सम्पत्ति कुर्क की थी।
होटल मालिक रोमी की हत्या भी उसका हाथ है, इसका खुलासा पुलिस ने उसके साथी नीशू, लवीश जोगिंदर, दिलाशाद गोल्डी और नीतेश को गिरफ्तारी के बाद किया था। पुलिस के अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि यूपी पुलिस जब मुख्तार के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी। तब जुगनू वालिया ने इसका विरोध करते हुए मुख्तार को अपना गुरु और लोगों का भगवान बताया था। उन्होंने यह भी बताया कि दस जनवरी 2019 को मानकनगर के कपड़ा व्यापारी अनम प्रीत की हत्या का भी आरोप जुगनू पर लगा था। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया था तो उसने अपना जूर्म स्वीकारा था कि अमन को 20 लाख रुपये सूद पर दिए थे। कई बार मांगने पर जब उसने वापस नहीं किए तो उसने उसकी हत्या करवा दी थी। पंजाब से गिरफ्तार किए गए इनामी बदमाश को एसटीएफ यूपी लेकर आ रही है। यहां पर उसे न्यायालय के समक्ष पेश पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जा सकता है। माफियाओं पर उत्तरप्रदेश सरकार की पैनी नज़र है।