मणिशंकर अय्यर पर साध्वी निरंजन ज्योति का हमला:मुगलों की तारीफ पर बोलीं केंद्रीय मंत्री
सारा धर्म परिवर्तन मुगल काल में हुआ, इतिहास उठाकर देखें नेता
मणिशंकर अय्यर पर साध्वी निरंजन ज्योति का हमला।
मुगलों की तारीफ करने पर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की जमकर आलोचना हो रही है। फतेहपुर में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मणिशंकर अय्यर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं किसी जाति धर्म की विरोधी नहीं हूं। यहां जो मुसलमान रह रहे हैं, वह राष्ट्र भक्त हैं। मैं उनका सम्मान करती हूं, लेकिन देश में आकर मंदिर किसने तोड़ा, हिन्दुओं का जनेऊ किसने काटा और महिलाओं की इज्जत किसने लूटी। इतिहास उठाकर देख लीजिए सब पता चल जाएगा।
बहन-बेटियों के साथ अत्याचार हुआ
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि हिंदू कभी मस्जिद तोड़ने पर विश्वास नहीं करता और न ही किसी पर आक्रमण करने पर विश्वास रखता है। हिंदू कभी किसी का अधिकार नहीं छीनता है। इतिहास उठाकर देख लीजिए, जितना धर्म परिवर्तन हिंदू समाज का किया गया है, उतना किसी का नहीं हुआ। सारा धर्म परिवर्तन मुगल काल में हुआ। साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि फतेहपुर जिला इसका उदाहरण है। जिले के कई कस्बों में पूरा हिंदू समाज था। उनका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया। बहन-बेटियों के साथ अत्याचार किया गया। मजबूरन सबको धर्म परिवर्तन करना पड़ा है।
मुगलों के काल से आई पर्दा प्रथा
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि पर्दा प्रथा भी मुगलों के काल से आई है। हमारे समाज में पर्दा प्रथा नहीं थी। जब हमारा देश गुलाम नहीं था, तब हमारी बहनें युद्ध के क्षेत्र में, आध्यात्म के क्षेत्र में और भक्ति के क्षेत्र में सब जगह आगे रहती थीं। जब देश में ये लोग आए तो बहू-बेटियों की इज्जत लूटने लगे। तभी से यह पर्दा प्रथा शुरू हुई। साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव के कारण इस तरह की बयानबाजी विपक्षी नेता दे रहे हैं, क्योंकि अब उन्हें लग रहा है कि मंदिर का समाधान हो गया, धारा 370 खत्म हो गई। मैं तो एक कहावत कहती हूं कि, ‘दुविधा में दोनों गई, माया मिले न राम’।
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