मप्र उपचुनाव: कांग्रेस ने जारी किया वचन पत्र, कमलनाथ बोले-भाजपा को जनता देगी जवाब
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा नवरात्रि के प्रथम दिवस के शुभ अवसर पर शनिवार को अपना वचन पत्र (घोषणा पत्र) जारी किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को राज्य के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि जनता उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करारा जवाब देगी।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने सरकारी आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा की उपस्थिति में वचन पत्र (घोषणा पत्र) का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हो जा रहे यह उपचुनाव महत्वपूर्ण हैं। इससे राज्य का भविष्य तय होगा। सत्तारूढ़ दल भाजपा के नेता, लोगों का मुख्य मुद्दों से ध्यान मोडऩे की राजनीति कर रही है। इसके नेता चुनावों के समय अकसर चीन और पाकिस्तान के मुद्दे उठाने लगते हैं। यह सब ध्यान मोडऩे की राजनीति है। उन्होंने कहा कि भाजपा का चुनाव प्रचार तो बीते 7 महीने से चल रहा था। हमने अभी 4 दिन से शुरू किया है। जनता आने वाले दिनों में हमारे इस वचन पत्र में विचार करके अपना फैसला ले।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी ने जो वचन पत्र जारी किया था, हमारी सरकार ने 15 महीने के कार्यकाल में उनमें से 574 वचन किए पूरे किए। जनता इसकी गवाह है। कोविड का शुरू में तो शिवराज मजाक उड़ाते थे। पिछले 7 महीने में नारियल फोडऩे, बेमतलब की बात करने में गवां दिए। इस उपचुनाव में जनता शिवराज से मुंह नहीं मोड़ेगी, बल्कि तमाचा मारेगी। हम प्रदेश के अगले 3 साल का रोडमैप बना रहे हैं। जनता ने 15 साल बाद भाजपा को घर बैठाया था। कोरोना में मृत व्यक्तियों के परिवार को पेंशन दी जाएगी। हम 2 लाख तक का किसानों का ऋण माफ करेंगे। बिना ब्याज का ऋण का मुद्दा भी शामिल है। कांग्रेस ने वचन पत्र में 52 मुद्दों को शामिल किया है।
वचन पत्र में राहुल-प्रियंका के फोटो गायब, दोबारा किया जारी
कांग्रेस ने पहले 28 विधानसभा क्षेत्रों के अगल-अलग वचन पत्र जारी किये, जिनमें पार्टी ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के फोटो नहीं लगाए। इसीलिए कांग्रेस ने शनिवार को राहुल और प्रियंका की फोटो के साथ दोबारा अपना वचन पत्र जारी किया। हालांकि, अब इस वचन पत्र से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गायब हैं। इस संबंध में कांग्रेस पार्टी का कहना है कि पहले जो वचनपत्र जारी किए गए थे, वो विधानसभाओं के लिए थे, उनमें राहुल गांधी की तस्वीर होना जरूरी नहीं था। पार्टी द्वारा शारदीय नवरात्रि के मौके पर शनिवार को कांग्रेस मुख्य वचन पत्र जारी किया। यह उपचुनाव के लिए पार्टी का मुख्य वचन पत्र है और इसमें इसमें सभी प्रमुख नेताओं की तस्वीरें हैं।