मप्र उपचुनाव : 28 सीटों पर 355 उम्मीदवार मैदान में, मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच
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भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की रिक्त 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन 35 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस लिये हैं। इसके बाद अब चुनावी मैदान में 355 उम्मीदवार शेष बचे हैं, जो उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे। इनमें मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होना। दोनों ही पार्टियों के लिए यह उपचुनाव महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे तय होगा कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, विधानसभा उप निर्वाचन 2020 के अंतर्गत प्रदेश के 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में आगामी तीन नवम्बर को मतदान होगा, जबकि मतों की गणना 10 नवम्बर को होगी और इसी दिन नतीजे घोषित किये जाएंगे। इन 28 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया नौ अक्टूबर को शुरू होकर 16 अक्टूबर तक चली थी। इस दौरान कुल 456 उम्मीदवारों ने 604 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये थे। इसके बाद 17 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच हुई, जिसमें 67 उम्मीदवारों के नाम निर्देशन-पत्र निरस्त किये गये। वहीं, सोमवार को 35 उम्मीदवारों ने अपनी अभ्यर्थिता से नाम वापस ले लिये। अब उपचुनाव के मैदान में 355 उम्मीदवार बचे हैं।
इनमें मुरैना जिले की तीन सीटें जौरा, मुरैना और अम्बाह से 15-15 व सुमावली में 9, दिमनी में 13 उम्मीदवार मैदान में है। भिण्ड जिले की मेहगांव से 38, गोहद से 15, ग्वालियर जिले के विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर से नौ, ग्वालियर पूर्व से 12 और डबरा से 14 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे। दतिया जिले के विधानसभा क्षेत्र भांडेर से 13, शिवपुरी जिले के विधानसभा क्षेत्र पोहरी और करेरा से 13-13, अशोकनगर जिले के विधानसभा क्षेत्र अशोकनगर से नौ, मुंगावली से 13, देवास के हाटपिपल्या से 11, बुरहान के नेपानगर से छह, अनूपपुर से 12, राजगढ़ जिले के ब्यावरा से आठ, सागर जिले के विधानसभा क्षेत्र सुरखी से 15, छतरपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र मलहरा से 19, रायसेन जिले के विधानसभा क्षेत्र सॉची से 15 आगर-मालवा जिले के विधानसभा क्षेत्र आगर से आठ खण्डवा जिले के विधानसभा क्षेत्र मांधाता से आठ, धार जिले के विधानसभा क्षेत्र बदनावर से तीन, मंदसौर जिले के विधानसभा क्षेत्र सुवासरा से नौ, इंदौर जिले के विधानसभा क्षेत्र सांवेर से 13 उम्मीदवार मैदान में हैं।
सबसे अधिक 38 उम्मीदवार मेहगांव और सबसे कम तीन उम्मीदवार बदनावर विधानसभा क्षेत्र में हैं। बता दें कि राज्य की 28 में से 25 क्षेत्रों में उपचुनाव तत्कालीन विधायकों के त्यागपत्र देने और शेष तीन में तत्कालीन विधायकों के निधन के कारण हो रहे हैं। इन उपचुनावों से राज्य की सरकार का भविष्य तय होगा। मध्यप्रदेश की 230 सीटों वाली विधानसभा में फिलहाल भाजपा के 107, कांग्रेस के 28, बसपा के दो, समाजवादी पार्टी का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 116 है। इस जादुई आंकड़े को हासिल करने के लिए दोनों ही प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस जोर-आजमाइश कर रही है। राज्य में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है और एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं।