प्रेग्नेंसी में अधिक काम या एक्सरसाइज से बढ़ती है नॉर्मल डिलीवरी की संभावना?

सोशल मीडिया पर सास-बहू और मां-बेटी के कई मीम्स वायरल होते हैं, जिसमें सास या मां अपनी बहू या बेटी को प्रेग्नेंसी के दौरान घर के काम करने के लिए कहती हैं।

सोशल मीडिया पर सास-बहू और मां-बेटी के कई मीम्स वायरल होते हैं, जिसमें सास या मां अपनी बहू या बेटी को प्रेग्नेंसी के दौरान घर के काम करने के लिए कहती हैं। यह मीम्स दर्शाते हैं कि उनके जमाने में महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान भी घर के सारे काम खुद करती थीं, जिससे उनकी नॉर्मल डिलीवरी होती थी। यह सोच अक्सर प्रचलित है कि प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा काम करने से नॉर्मल डिलीवरी के चांसेस बढ़ जाते हैं।

मिथक बनाम सच्चाई: प्रेग्नेंसी और नॉर्मल डिलीवरी

‘एबीपी लाइव हिंदी’ ने इस मुद्दे पर ‘Myth Vs Facts’ नामक एक सीरीज शुरू की है, जिसका उद्देश्य पुराने मिथकों को तोड़कर वास्तविक तथ्यों को सामने लाना है। आज हम इसी श्रृंखला में यह जानेंगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा काम करने या एक्सरसाइज करने से नॉर्मल डिलीवरी के चांसेस बढ़ते हैं या नहीं।

प्रेग्नेंसी के दौरान शारीरिक और मानसिक बदलाव

प्रेग्नेंसी के दौरान एक महिला शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के बदलावों से गुजरती है। शुरुआती 4-5 महीने थोड़े आसान होते हैं, लेकिन आखिरी के कुछ महीने मुश्किल होते हैं। ऐसे में महिलाओं को नॉर्मल डिलीवरी की चिंता सताती है। डॉक्टर भी प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं, लेकिन घर के कामकाज पर अलग-अलग राय होती है।

वॉक करना प्रेग्नेंसी के लिए लाभकारी

प्रेग्नेंसी के दौरान वॉक करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। यह एक कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज है, जो मॉर्निंग सिकनेस, कब्ज और उल्टी जैसी समस्याओं को दूर करती है। वॉक करने से शरीर एक्टिव रहता है और यह नॉर्मल डिलीवरी की संभावना को भी बढ़ा सकता है।

बैठकर पोछा लगाना खतरनाक

कई लोग मानते हैं कि बैठकर पोछा लगाने से नॉर्मल डिलीवरी हो जाती है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में बैठकर पोछा लगाना खतरनाक हो सकता है। आठवें महीने के बाद बच्चे का सिर पेल्विक में आने लगता है, जिससे बैठकर पोछा लगाना और झाड़ू लगाना सुरक्षित नहीं है।

एक्सरसाइज करें, पर सुरक्षित रूप से

प्रेग्नेंसी में बैठकर पोछा और झाड़ू लगाने के बजाय एक्सरसाइज करना बेहतर होता है। हेल्दी प्रेगनेंसी और सेफ डिलीवरी के लिए एक्सरसाइज फायदेमंद हो सकती है, लेकिन ज्यादा वर्कआउट भी सही नहीं है। वॉक और अनुलोम विलोम प्राणायाम जैसे आसान एक्सरसाइज किए जा सकते हैं। लेकिन किसी भी एक्सरसाइज को शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

निष्कर्ष

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर को एक्टिव रखना महत्वपूर्ण है, लेकिन सुरक्षित रूप से। डॉक्टर के बताए हुए एक्सरसाइज करें और वॉक करें, पर खुद से कोई भी एक्सरसाइज शुरू न करें। इससे गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर पड़ सकता है।

खबर में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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