NEET-JEE परीक्षा विरोध के बीच 150 शिक्षाविदों का पीएम को पत्र, कहा परीक्षा का विरोध राजनीतिक एजेंडा !

 

कोरोनावायरस महामारी के चलते देश में कई जरूरी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। ऐसे में मांग उठ रही है कि NEET-JEE की परीक्षा भी स्थगित की जाए। स्कूल कॉलेज तकरीबन 6 महीने से बंद पड़े हैं। इस सब के बावजूद भी भारत सरकार ने NEET-JEE की परीक्षा 1 सितंबर से करने के लिए कहा है। इसका विरोध किया जा रहा है। ऐसे में अब भारत और विदेशों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 150 से अधिक शिक्षाविदों ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने आग्रह किया है कि समय पर यह सब परीक्षाएं करवाई जाए। यह बड़ी बात है क्योंकि छात्रों का एक बड़ा दल यहां तक कि कई राज्यों की सरकारी भी इन परीक्षाओं के खिलाफ हैं लेकिन इस बीच 150 से अधिक शिक्षाविदों ने इन परीक्षाओं को करवाने की बात कही है।

शिक्षाविदों का कहना है कि अगर जेईई (मुख्य) और नीट परीक्षा कराने में और देरी हुई, तो छात्रों का भविष्य प्रभावित होगा। उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि ‘कुछ लोग अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए छात्रों के भविष्य के साथ खेलने की कोशिश कर रहे हैं। युवा और छात्र राष्ट्र का भविष्य हैं, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण उनके करियर पर अनिश्चितताओं के बादल छा गए हैं। प्रवेश और कक्षाओं के बारे में बहुत सारी आशंकाएं हैं, जिन्हें जल्द से जल्द हल करने की जरूरत है।’

चिट्ठी में कहा गया है कि हर साल की तरह इस साल भी लाखों छात्रों ने अपनी कक्षा 12 की परीक्षाएं दी हैं और अब प्रवेश परीक्षाओं का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। इसलिए परीक्षाएं समय पर ही होनी चाहिए।

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