अप्रैल-जून में 1 करोड़ से अधिक जन धन खाते खुले
प्रधानमंत्री जन धन योजना का उद्देश्य देश के हर नागरिक को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ना है। इस योजना को नव वर्ष पूरे हो गए हैं। इस योजना से देश के बहुत से लोग लाभ उठा रहे हैं। अभी तक ९ करोड़ से अधिक लोगों ने जम धन अकाउंट बनाए हैं।
इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने जन-धन योजना की शुरुआत की थी, जो हर नागरिक के पास बैंक खाता होगा। इस योजना में आपको जीरो बैलेंस अकाउंट मिलेगा। 9 करोड़ से अधिक लोगों ने अभी तक जीरो बैलेंस का अकाउंट खुलवाया है। इस कार्यक्रम को नौ वर्ष पहले शुरू किया गया था। इस योजना से बहुत से लोगों को फायदा हो रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2022–2023 के अप्रैल-जून तक 3.59 करोड़ लोगों ने जन-धन खाता खोला है। इसका अर्थ है कि अभी तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने जन-धन खाता खोला है।
2022 में इस अकाउंट में 2.86 करोड़ अकाउंट खोले गए हैं। वहीं 2021 वित्त वर्ष में 3.87 अकाउंट खोले गए हैं। जुलाई 2023 में यह आंकड़ा 49.63 करोड़ था। इस तिमाही जन-धन अकाउंट में चार हजार करोड़ रुपये जमा हुए हैं। मार्च 2023 तक इसका मूल्य 1.99 लाख करोड़ रुपये था।
सरकारी बैंकों में खुले अकाउंट
पीएम जन धन अकाउंट सरकारी बैंकों में सबसे अधिक खुले हैं। 2021 मार्च में सरकारी बैंकों में 33.26 करोड़ जनधन अकाउंट खुलेंगे। मई 2023 तक 38.58 करोड़ था। सरकारी बैंकों में पिछले दो वर्षों में सबसे अधिक पीएम जन धन अकाउंट खोले गए हैं। इनमें 16% की बढ़त हुई है। 2021 से 2023 के बीच प्राइवेट बैंकों में 12% की वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री जनधन योजना पर
इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री जनधन योजना को शुरू किया। इस योजना का उपयोग करके कोई भी व्यक्ति जीरो बैलेंस अकाउंट बना सकता है। इसमें अकाउंट होल्डर को 2 लाख रुपये का इंश्योरेंस और डेबिट कार्ड फ्री में मिलता है। डीबीटी (Direct Benefit Transfer) द्वारा कई सरकारी कार्यक्रमों का धन जन-धन अकाउंट में भेजा जाता है।