हरियाणा में फिर लौटेगा मानसून, आज रात से बारिश के आसार
चंडीगढ़. हरियाणा के लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है. प्रदेश में एक बार फिर मौसम बदलने वाला है. मौसम विभाग Weather Department) के अनुसार, प्रदेश में मानसून दोबारा एक्टिव हो रहा है. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र और साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclone Circulation) बनने से मानसून टर्फ दक्षिण की ओर नीचे की तरफ आने की संभावना है. इसके प्रभाव से 19 अगस्त देर रात से मौसम में बदलाव आएगा. इसके बाद 20 से 23 अगस्त तक बीच-बीच में राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवा और गरज-चमक के साथ बारिश के आसार हैं. इस दौरान उत्तरी और दक्षिण-पूर्व हरियाणा के कुछ एक जगहों पर तेज बारिश भी हो सकती है.
बता दें कि अगले 30 दिनों में मानसून का सीजन खत्म होने की उम्मीद है. पिछले कुछ दिनों से बारिश की गतिविधियां बंद हैं, लेकिन अब कुछ संभावना बन रही है. 19 अगस्त से मानसून सक्रिय हो रहा है. इससे चंडीगढ़ सहित हरियाणा और पंजाब के कई जिलों में बारिश होने के आसार हैं.जुलाई और अगस्त मुख्य मानसून महीने होते हैं, जो मौसमी बरसात का 62 प्रतिशत योगदान करते हैं. जुलाई में अमूमन 285.3 मिमी और अगस्त में 258.3 मिमी औसत बरसात होती है. 880.6 मिमी बरसात के साथ मानसून के मौसम की लंबी अवधि का औसत (एलपीए) जुलाई और अगस्त के दौरान इसके प्रदर्शन पर भारी पड़ता है. जून में तो सूबे में बारिश की अच्छी शुरुआत हुई थी. यह बरसाती महीना 10 प्रतिशत की अधिकता के साथ समाप्त हुआ था.
मानसून ने लिया था 10 दिन का लंबा ब्रेक
जुलाई के पहले 10 दिनों के दौरान लंबे ब्रेक के कारण इन शुरुआती समय में दिक्कतें आई थीं. अगले दो सप्ताह के दौरान रिकवरी के बावजूद महीना 7 प्रतिशत की कमी के साथ बीत गया. सीजन की पहली छमाही 452 मिमी के औसत के मुकाबले 449 मिमी बरसात दर्ज करके समाप्त हुई है.
बरसात में मामूली सुधार के संकेत
मौसम विभाग की मानें तो इस सप्ताह के दौरान बरसात में मामूली सुधार के संकेत हैं. एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और दक्षिण ओडिशा के आसपास के तटीय भागों और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर बना हुआ है. यह मौसम प्रणाली ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को कवर करते हुए मध्य भागों में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगी.