मॉनसून सत्र: सीएम योगी बोले- ‘सभी लोग मिलकर सकारात्मक कार्यवाही को आगे बढ़ाएं’

लखनऊ. यूपी विधानसभा के मानसून सत्र (UP Legislative Assembly Monsoon Session) के शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि हम सकारात्मक चर्चा को तैयार हैं. सीएम योगी ने कहा कि सभी लोग मिलकर सकारात्मक कार्यवाही को आगे बढ़ाएं. सीएम ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष गांव, गरीब, महिलाओं व विकास के हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. हमें उम्मीद है कि सदन में सार्थक चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि यूपी देश का पहला राज्य है, जिसने 7 करोड़ कोरोना टेस्ट पूरे कर लिए हैं. 6 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने वाला भी यूपी पहला राज्य है. जनता से जुड़े इन मुद्दों पर चर्चा के लिए ही मानसून सत्र बुलाया गया है. राष्ट्रगान के बाद सीएम योगी ने सत्र की शुरुआत में शोक प्रस्ताव रखा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में दिवंगत विधायक सुरेश श्रीवास्तव, औरैया विधायक रमेश चंद्र दिवाकर, नवाबगंज विधायक केसर सिंह, सलोन रायबरेली के विधायक दल बहादुर कोरी व विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया. मुख्यमंत्री के साथ ही नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने भी दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.बसपा दल के नेता गुड्डू जमाली, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने भी दिवगंत विधायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. उधर, सपा विधायक व एमएलसी सत्र के पहले दिन बैलगाड़ियों से विधानभवन जा रहे थे जिन्हें पुलिस कर्मियों ने रोक लिया. सपा नेता पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण सरकार का विरोध कर रहे हैं. इसके अलावा सपा कार्यकर्ताओं ने विधानभवन के सामने भी प्रदर्शन किया. सपा विधायकों ने सरकार विरोधी नारे लगाए. एक हाथ में राष्ट्रध्वज और एक हाथ में समाजवादी पार्टी का झंडा लिए बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी का विरोध कर रहे थे.
7 दिन के सत्र में 3 चलेगा सदन
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले का यह अंतिम सत्र है. योगी सरकार अपने कार्यकाल के आखिरी अनुपूरक बजट में सरकारी कर्मचारियों की मानदेय बढ़ाए जाने समेत 5 चुनावी प्रमुख प्रस्ताव को पेश कर सकती है. 24 अगस्त तक चलने वाले कुल 7 दिन के इस सत्र में 4 दिन अवकाश रहेगा. यानी सिर्फ 3 दिन ही विधान भवन में चर्चा होगी.