पहाड़ी क्षेत्र में बढ़ा मानसून, मैदानी इलाकों में बारिश के आसार नहीं

नई दिल्‍ली. देश के अधिकांश हिस्‍सों में मानसून (Monsoon) ने जबरदस्‍त बारिश (Rain) कराई है. लेकिन अब मानसून हिमालयी क्षेत्र या पहाड़ों की ओर बढ़ रहा है. इसके कारण अगले कुछ दिनों तक मैदानी इलाकों में बारिश की बहुत कम संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि पश्चिम बंगाल और सिक्किम के उप हिमालयी क्षेत्र में 12 अगस्त को बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है, क्योंकि मानसून की निम्न वायुदाब की पट्टी पर्वतों की ओर बढ़ रही है.

आईएमडी के मुताबिक मानसून के निम्न वायुदाब की पट्टी हिमालय के पर्वतों की ओर बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि इससे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश कम होगी और पहाड़ों पर बारिश अधिक होगी. अगले कुछ समय में मानसून की निम्न वायुदाब की पूरी पट्टी हिमालय के पर्वतों की ओर स्थानांतरित हो सकती है. आईएमडी ने बताया कि इन प्रणालियों के प्रभाव से अगले चार दिन में पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल व सिक्किम के उप हिमालय क्षेत्र में बारिश की व्यापक गतिविधियां हो सकती है. कुछ स्थानों पर भारी बरसात होने की संभावना है.

 

वहीं स्‍काईमेट वेदर के अनुसार महाराष्‍ट्र के अधिकांश भागों और मराठवाड़ा में भी एक हफ्ते तक बारिश के कोई आसार नहीं हैं. हालांकि विदर्भ में 14 अगस्‍त के बाद बारिश पड़ सकती है. पोकरण और गोवा में भी हल्‍की बारिश होती रहेगी. वहीं राजस्‍थान में भी अगले एक हफ्ते तक बारिश की कोई संभावना नहीं है. गुजरात में भी बारिश का यही हाल रहेगा. स्‍काईमेट ने कहा है गुजरात में भी एक हफ्ते बारिश की संभावना काफी कम है.

वहीं जम्‍मू कश्‍मीर, मध्‍य प्रदेश, तेलंगाना, कोंकण, लक्षद्वीप और गोवा के कुछ हिस्‍सों में गुरुवार को बारिश का दौर जारी रहेगा. तमिलनाडु, कर्नाटक, छत्‍तीसगढ़, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और उत्‍तराखंड में भी बारिश होने की संभावना है.अगले दो दिन में मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में बारिश की संभावना है और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. आईएमडी ने कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात समेत प्रायद्वीप भारत में बारिश के कम होने की संभावना है जबकि केरल, माहे और तमिलनाडु के अलग अलग स्थानों पर अगले चार पांच दिन में भारी बारिश का अनुमान है.

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