Vote के बदले पैसे : ED ने DMK नेताओं के घरों पर मारे छापे , चुनावी नकदी घोटाले की जांच तेज

DMK के सांसद काथिर आनंद और तमिलनाडु के मंत्री दुराईमुरुगन से जुड़ी कई जगहों पर छापे मारे हैं। यह कार्रवाई 2019 लोकसभा चुनावों में कथित रूप से ‘वोट के बदले नकदी’ के मामले में चल रही जांच का हिस्सा है।

भारत में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वेल्लोर में DMK के सांसद काथिर आनंद और तमिलनाडु के मंत्री दुराईमुरुगन से जुड़ी कई जगहों पर छापे मारे हैं। यह कार्रवाई 2019 लोकसभा चुनावों में कथित रूप से ‘वोट के बदले नकदी’ के मामले में चल रही जांच का हिस्सा है। जांच में बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी, और यह मामले के इर्द-गिर्द ED की कार्रवाई तेज हो गई है।

छापेमारी के स्थान और संदिग्धों का विवरण

ED ने काथिर आनंद के घर, किंग्स्टन कॉलेज और उनके सहयोगियों के घरों पर छापे मारे। काथिर आनंद वेल्लोर से DMK के सांसद हैं और किंग्स्टन कॉलेज के चेयरमैन भी हैं। यह कॉलेज उनके करीबी संपर्कों का हिस्सा माना जाता है, जो मामले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। काथिर आनंद के और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर हुई छापेमारी में बड़ी मात्रा में दस्तावेज और अन्य साक्ष्य जब्त किए गए।

‘कैश फॉर वोट्स’ स्कैंडल

यह छापेमारी 2019 लोकसभा चुनावों के दौरान सामने आए ‘कैश फॉर वोट्स’ मामले से जुड़ी है। आरोप है कि चुनाव के दौरान वेल्लोर क्षेत्र में वोटरों को नकदी का लालच देकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित किया गया था। पुलिस ने इस मामले में पहले ही कई गिरफ्तारियां की थीं और ED ने इसकी जांच शुरू की थी। इस मामले में अब तक कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और साक्ष्य बरामद किए गए हैं, जो इस घोटाले के और भी कई पहलुओं को उजागर कर सकते हैं।

ED की जांच और कार्रवाई

ED की छापेमारी के बाद अधिकारियों ने यह संकेत दिया है कि वे इस मामले की गहनता से जांच करेंगे और सभी संदिग्धों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया तेज करेंगे। एजेंसी ने इस मामले से संबंधित कई वित्तीय दस्तावेज, बैंक लेन-देन के रिकॉर्ड, और अन्य साक्ष्य जुटाए हैं, जो चुनावी भ्रष्टाचार को साबित करने में मदद कर सकते हैं। ED ने अब तक इस मामले में कई प्रमुख हस्तियों से पूछताछ की है और आगे भी जांच जारी रखने का फैसला किया है।

DMK के सांसद काथिर आनंद और तमिलनाडु के मंत्री दुराईमुरुगन से जुड़ी कई जगहों पर छापे मारे हैं। यह कार्रवाई 2019 लोकसभा चुनावों में कथित रूप से ‘वोट के बदले नकदी’ के मामले में चल रही जांच का हिस्सा है।

राजनीति में उठे सवाल

DMK और इसके नेताओं के खिलाफ ED की छापेमारी ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। DMK ने इस छापेमारी को राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देखा है और आरोप लगाया है कि सरकार विरोधी दलों को निशाना बनाने के लिए ED का इस्तेमाल कर रही है। दूसरी ओर, विपक्षी दलों का मानना है कि यह छापेमारी चुनावी भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए जरूरी कदम है।

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ED की यह छापेमारी चुनावी भ्रष्टाचार के खिलाफ की जा रही एक गंभीर कार्रवाई को दर्शाती है। चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी को रोकने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है और यह दिखाता है कि भारतीय एजेंसियां भ्रष्टाचार और अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ कितनी सतर्क हैं। इस मामले में जांच और गिरफ्तारियों की प्रक्रिया अब भी जारी है, और इससे जुड़े तथ्य भविष्य में और बड़े राजनीतिक और कानूनी विवादों को जन्म दे सकते हैं।

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